*गायत्री बाल संस्कार शाला का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया*






*विद्यार्थियों को  शिक्षा के अलावा संस्कार दिया जाना आवश्यक है: मैथलीशरण एडवोकेट




बहराइच ( ब्यूरो) गायत्री बाल संस्कार शाला सुफीपुरा सिविल लाइन का स्थापना दिवस समारोह समाज मे व्याप्त सामाजिक कुरीतियों को दूर करने व नशामुक्त समाज बनाने के सामुहिक संकल्प के साथ धूमधाम से मनाया गया।गायत्री बाल संस्कार शाला प्रबंधन द्वारा आयोजित स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए संस्कार शाला संरक्षक रूल ऑफ लॉ सोसायटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बाबू मैथलीशरण एडवोकेट ने कहा की विद्यार्थियों को प्राथमिकता स्तर से ही शिक्षा के अलावा संस्कार दिया जाना आवश्यक है । विद्यार्थी धनार्जन के अलावा समाज के अन्य रचनात्मक गतिविधियों में भी प्रत्यक्ष सहभाग कर सके।महामना मालवीय मिशन अध्यक्ष बहराइच (अवध) संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने कहा की, विद्यार्थियों में नशा का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है । यह घातक है नशा पर पूर्ण नियंत्रण के लिए आवश्यक है , की बच्चों एवं अभिभावकों को नशा से होने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार बताया जाए।
रूल ऑफ लॉ सोसायटी अध्यक्ष अनिल मिश्र एडवोकेट ने विद्यार्थियों के प्रतिभा की मुक्तकंठ से सराहना किया।संघ विचारक अर्जुन कुमार दिलीप  ने विद्यालय संचालन के लिए प्रबंधन तन्त्र को साधुवाद दिया। लोक अदालत के चेयरमैन अनिल त्रिपाठी ने विद्यार्थियों में संस्कार को आत्मसात करने के लिए अभिभावकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी।आयोजित परिचर्चा को महिला समाजसेविका निशा शर्मा तथा वरिष्ठ भाजपा नेत्री सोनी श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर प्रमुख रूप से सोनी मोनी , चरणजीत कौर , मंजूषा , निर्मला सिंह , संगीता सिंह , आरधना गुप्ता , गरिमा सिंह ,मंजुला पाठक ,  सरिता वर्मा , स्मिता श्रीवास्तव , डॉ प्रियंका सिंह , विष्णु पाठक , समाजसेवी विमलेश जायसवाल ,व समाजसेवी आरपी बौद्ध , मिथलेश वर्मा , उमा वर्मा , आंशिका मिश्र , जूही , शिवा मिश्र व शीला श्रीवास्तव सहित सैंकड़ो लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता गायत्री प्रबंध ट्रस्टी राम कुमार श्रीवास्तव ने किया।
कार्यक्रम में उपस्थित रवि गुलशन ने भजन गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्कार शाला संचालिका  रेखा श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करने के लिए पुरुष्कार वितरण किया। तथा अतिथियों को अंगवस्त्रम पहनाकर स्वागत किया। समापन अवसर पर उपस्थित लोगों ने संस्कार शाला के चौमुखी विकास , सर्वांगीण उत्थान तथा नशा मुक्त समाज बनाने का सामूहिक संकल्प भी लिया।

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