उतरौला नगर स्थित अब्दुल करीम मेमोरियल हॉस्पिटल एंड हरीम ट्रामा सेंटर पर मंगलवार को डॉक्टर अब्दुर्रहीम सिद्दीकी द्वारा रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने इफ्तार पार्टी में शिरकत कर रोजा इफ्तार किया। रोजा इफ्तार आयोजक डॉ रहीम सिद्दीकी द्वारा रोजेदारों के सेहत का खास ख्याल रखते हुए रोजा इफ्तार में विशेष व्यंजनों का माकूल इंतजामत किए गया था। रोजा इफ्तारी से पहले सभी रोजेदारों ने अल्लाह के बारगाह में हाथ उठाकर दुआ ए इफ्तार पढ़ने के बाद मुल्क की अमन चैन,व खुशहाली के लिए दुआएं मांगी।
मगरिब की अजान सुनकर सभी रोजेदारों ने एक साथ रोजा इफ्तार किया। डॉ रहीम सिद्दीकी ने कहा कि रहमतों व बरकतों से भरपूर रमजान-उल-मुबारक का यह पाक महीना अपने आखरी अशरे में चल रहा है। जो शख्स रोजेदार को इफ्तार कराता है अल्लाह तबारक व ताला उस शख्स को रोजेदार के बराबर सवाब अता फरमाता है। इस प्रकार का इफ्तार पार्टी का आयोजन से आपसी भाईचारा भी बढ़ता है। आपसी भाईचारा अल्लाह को बहुत पसंद हैं। रोजी बढ़ा दी जाती है। एक गिलास पानी से भी इफ्तार कराने वाले को फुल रोजा का सवाब मिलता है। किसी रोजेदार को पेट भरकर खिलाना जन्नत में दाखिल होने का जरिया है। उन्होंने कहा कि अल्लाह के रसूल सल्लहोअलैहे व सल्लम ने फरमाया है कि जन्नत के दरवाजों में से एक दरवाजे का नाम रेयान है। उससे सिर्फ रोजदार ही जन्नत में जाएंगे। इसलिए मुसलमानों को रोजा रखना चाहिए। ताकि वे जन्नत के हकदार बन सकें।
रोजा इफ्तार में डॉ शेहाब ज़फ़र, डॉ मो उस्मान खान, डॉ मो जफर अखलाख खान, डॉ अमानतुल्लाह, डॉ अंजुम, डॉ सैफ सिद्दीकी, डॉ फिरोज अहमद, डॉ मुजीब खान, डॉ शगीर खान, डॉ वसीम, डॉ अनवर पाशा, डॉ याकूब, डॉ इशहाक, डॉ तौकीर, डॉ फिरोज अहमद, डॉक्टर सलमान जमशेद समेत भारी संख्या में रोजेदारों ने रोज़ा इफ्तार किया।
असग़र अली
उतरौला
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know