विद्यालय न आने वाले शिक्षकों पर लगाम लगाने की तैयारी, डीएम ने बीएसए को जारी किया पत्र, बढ़ सकती तमाम शिक्षकों की मुश्किलें

गोंडा जिले में तमाम ऐसे प्राथमिक विद्यालय जहां पर अध्यापक खंड शिक्षाधिकारियों से सांठगांठ कर महीने में एक आध दिन विद्यालय आकर उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर बनाकर चले जाते हैं। एक विद्यालय का मामला मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद डीएम ने बीएसए को सभी विद्यालयों का निरीक्षण कर ऐसे अध्यापकों को चिन्हित करने के आदेश दिए हैं।

गोंडा

Published: April 28, 2022 04:53:37 pm

जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर कहा है कि विभिन्न माध्यमों से संज्ञान में आया है कि कुछ शिक्षक विद्यालय नहीं जाते हैं। और ना ही बच्चों को पढ़ाते हैं। उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर बनाकर वेतन ले रहे हैं। यह बहुत ही गंभीर मामला है। बीएसए अपने स्तर से स्कूलों का निरीक्षण कर ऐसे अध्यापकों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुए उनके बर्खास्तगी तक की कार्यवाही की जाए। ऐसे में प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति ससमय सुनिश्चित कराई जाए। तथा गुणवत्ता पूर्वक पठन-पाठन का कार्य किया जाए। यदि परिषदीय विद्यालयों में अध्यापक समय से उपस्थित नहीं होते हैं। गुणवत्ता पूर्वक पठन-पाठन का कार्य नहीं कराया जा रहा है। तो विभाग के जिम्मेदारों का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए कार्यवाही की जाएगी। वैसे जनपद में तमाम ऐसे ब्लॉक हैं। जहां पर खंड शिक्षाधिकारियों की दया दृष्टि के कारण अधिकांश महिला अध्यापक विद्यालय नहीं आ रही हैं। बताया तो यहां तक जा रहा है कि उनसे खंड शिक्षा अधिकारी महीने भर में एक निश्चित सुविधा शुल्क इसके लिए लेते हैं। अभी परसपुर क्षेत्र के एक विद्यालय का खुलासा हुआ है। जहां महिला शिक्षक अपने ससुराल में रहती हैं। महीने में एक बार उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर बनाने आती हैं। खुद वहां के प्रधानाध्यापक इस बात को स्वीकार कर रहे हैं। कि शिक्षिका के परिवार के लोग दबंग व रसूख वाले हैं। ऐसे में वह उनको अनुपस्थिति नहीं लगा सकते हैं उन्हें डर लगता है। विद्यालय में तैनात महिला शिक्षा मित्र ने बताया कि करीब एक पखवारा पूर्व अध्यापिका आई थी। 
गोंडा रिपोर्ट- प्रशांत मिश्रा। 
9451037631

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