कोराना वायरस स्वरूप लगातार बदल रहा है। दूसरी लहर में बनारस सहित आसपास के जिलों में वायरस के डेल्टा वेरिएंट ने ज्यादा तबाही मचाई थी। यह वेरिएंट यहां कैसे पहुंचा इसकी जांच आईएमएस बीएचयू के एमआरयू लैब में होगा और इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को दी जाएगी।दूसरी लहर में बनारस सहित आस-पास के जिलों में वायरस के सात सबसे खतरनाक वैरिएंट्स पाए गए थे। इनमें कापा, बीटा और डेल्टा वेरीएंट शामिल हैं। सबसे ज्यादा 36 फीसदी लोग डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित हुए थे। ये दावा किया जा रहा है कि डेल्टा वेरिएंट भारत, अल्फा वेरिएंट यूके, बीटा साउथ अफ्रीका और कापा भारत में सबसे पहले मिला था। इसके बाद ये वेरिएंट बनारस सहित पूर्वांचल में तबाही मचा दी थी। आइएमएस-बीएचयू के एमआरयू लैब की नोडल आफिसर प्रो. रोयना सिंह ने बताया कि हम लोग वेरिएंट का श्रोत भी पता करके इस पर अध्ययन किया जाएगा।
वायरस के स्रोत का पता करेगी बीएचयू की टीम
Bureau Chief-Varanasi Dr S C Srivastava
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