जलालपुर (अम्बेडकर नगर)। नगर पालिका परिक्षेत्र में संपत्तियों का सर्वे कर मकान संख्या दर्ज कराने के लिए कराए गए जीआईएस सर्वे की रिपोर्ट ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट में दर्ज अजीबोगरीब नामों ने पालिका की साख पर सीधा सवालिया निशान लगा दिया है।


जहां एक ओर लोग नगर पालिका परिषद द्वारा लगाए गए हाउस टैक्स को मनमाना बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बिना कोई सुविधा दिए ही टैक्स वसूले जाने पर भी नाराजगी जता रहे हैं। अब संपत्तियों के नामांकन में की गई गड़बड़ियों ने प्रशासन की गंभीरता पर अंगुली उठा दी है।


जारी सूची में कई मकान मालिक और उनके पिता के नाम हास्यास्पद और गैर-गंभीर तरीके से दर्ज पाए गए। उदाहरण के तौर पर—


* मकान संख्या 201861 में मालिक का नाम राधे सायं और पति का नाम मैं गोली मारूंगा दर्ज है।

* मकान संख्या 201862 में मालिक का नाम राधे सायं और पिता का नाम प्रोस्टाम लिखा गया है।

* मकान संख्या 201860 के मालिक के रूप में मन्नी लाल और पिता का नाम भुले सुवर दर्ज किया गया है।


इसी तरह “मैं एक जानकारी हूं”, “मैं जानना चाहता हूं”, “स्वर्गीय पता नहीं”, “बंदघर” और “प्लॉट” जैसे नाम भी सूची में मकान मालिकों के पिता के नाम की जगह शामिल किए गए हैं।





इन त्रुटियों ने नगर पालिका प्रशासन की पारदर्शिता और जिम्मेदारी दोनों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नागरिकों का कहना है कि जब संपत्ति रिकॉर्ड जैसी गंभीर प्रक्रिया में इतनी लापरवाही बरती जा रही है, तो टैक्स वसूली की विश्वसनीयता पर भी संदेह होना स्वाभाविक है।


इस संबंध में अधिशासी अधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि यह त्रुटियां जीआईएस सर्वे करने वाली फर्म की गलती से हुई हैं। नगर पालिका क्षेत्र के निवासियों की आपत्तियों के आधार पर जिम्मेदार फर्म को सुधार करने का निर्देश दे दिया गया है। नाम, हाउस टैक्स गणना आदि में संशोधन करा दिया जाएगा।

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