नोएडा के 14 वर्षीय छात्र ने अपनी वैज्ञानिक असाधारण प्रतिभा से इतिहास रच दिया है। उसने एक नया क्षुद्रग्रह (Asteroid) खोजा है, जिसे नासा (NASA) ने आधिकारिक रूप से मान्यता दी है और उसे नाम रखने की अनुमति भी दी है। यह उपलब्धि पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर रही है, लेकिन विडंबना यह है कि भारत में बहुत कम लोग इस युवा वैज्ञानिक को जानते हैं।
उसकी खोज अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। यह साबित करता है कि भारत में अद्भुत प्रतिभाएं मौजूद हैं जिन्हें सही पहचान और प्रोत्साहन की आवश्यकता है। यह सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

         हिन्दी संवाद न्यूज से
            रिपोर्टर वी. संघर्ष

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