संवाददाता रणजीत जीनगर
सिरोही : आदर्श विद्या मंदिर प्रांगण के अंदर शिक्षक सम्मान समारोह पर वक्तव्य करते हुए महंत भजनाराम रामद्वारा आश्रम के गादीपति महंत श्री श्री 1008 भजना राम जी महाराज ने बताया की गुरु हमेशा अपने शिष्यों को ऐसा बनता है जिससे वह समाज के अंदर ऐसा कार्य करते हैं जिससे उनका नाम रोशन होता है संत ने कहा कि बच्चों की प्रथम गुरु उनकी माता है मां के द्वारा जो भी संस्कार बच्चों को दिए जाएंगे वह संस्कार बच्चे हमेशा अपने मन में बसा कर रखते हैं इसलिए सभी मतों से निवेदन है कि अपने बच्चों को संस्कार दें और उन मतों से निवेदन करते हैं कि अगर आपके बच्चे को भी वीर शिवाजी और राणा महाराणा प्रताप जैसे महान योद्धा बनाने हैं विवेकानंद जैसे ज्ञानी बनने हैं तो आप अपने बच्चों को आदर्श विद्या मंदिर जैसे विद्यालय में पढ़ाया जिससे आपके बच्चों में संस्कार हो राष्ट्र के प्रति भाव हो त्याग हो तब हो तेज हो और मन में एक संकल्प हो के राष्ट्र के लिए हमें कुछ करना है इसी के साथ महंत ने कहा कि जितने भी गुरुजन्य पर पधारे हैं आप सबको बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी है इसलिए आप लोगों से मेरा निवेदन है कि उनको ऐसी शिक्षा दें जिससे बच्चे आगे जाकर राष्ट्र के प्रति सेवा और समर्पित भावना रखें अपने व्यवहार के अंदर मधुरता लेकर आए और हमारे सनातन संस्कृति को पहचाने क्योंकि जीवन में जब तक बच्चों को संस्कार नहीं मिलेंगे तब तक बच्चे कभी भी अपना जीवन अमूल्य नहीं बना पाएंगे अगर उन्हें अपने जीवन को अमूल्य बनाना है अपने जीवन को जानना है तो उन्हें एक अच्छी शिक्षा देना बहुत जरूरी है संत ने यह भी कहा है कि प्रत्येक बच्चों कोघर के अंदर गायत्री मंत्र का वचन करना चाहिए और अपने माता-पिता को गायत्री मंत्र सुनना चाहिए वेदों के मंत्र जो स्कूलों के अंदर सिखाए जाते हैं उन मित्रों को भी अपने माता-पिता को सीखना चाहिए और माता-पिता को भी अपने पुत्रों से पूछना चाहिए कि अपने सनातन संस्कृति के लिए क्या जाना है क्या पड़ा है अर्जुन के पास में वह ज्ञान था कि उन्होंने तुरंत अपने गुरु द्रोणाचार्य की विद्या को ग्रहण कर कर सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर बने का सपना पूरा किया और गुरु आज्ञा से ही वह सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर कहलाए कृष्ण जैसे महान शाखा को प्राप्त कर कर उन्होंने महाभारत के युद्ध के अंदर अपना कौशल दिखाया और अर्जुन ने हर जगह अपने गुरु का नाम रोशन किया है इसी प्रकार अपने शिष्यों को सभी गुरु द्रोण नश की तरह शिक्षा देते हुए अर्जुन की तरह शिक्षा ग्रहण करने वाले शिष्य बनाएं इसी के साथ प्रांत के रवि जी भाई साहब जिले के शंकर लाल जी पटेल साहब एवं लाखाराम जी भाई साहब आदि सभी गुरुजनों के सानिध्य में कार्यक्रम चल रहा है
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