औरैया // सदर तहसील के परसईपुर केशमपुर में कृषि पट्टा आवंटन में क्षेत्रीय लेखपाल भूपेंद्र ने लोगों से खूब धन उगाही की SDM सदर ने दोषी लेखपाल भूपेंद्र पाल निलंबित कर दिया है अब उसे रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय से संबद्ध कर दिया है।
आरोप है कि कृषि पट्टा देने के नाम पर लेखपाल ने किसी से 42 हजार तो किसी से 47 हजार व 67 हजार रुपये लिए मगर उन्हें कृषि पट्टा नहीं मिला। पट्टा न मिलने पर रुपये मांगे तो किसी को आधे अधूरे वापस किए तो कुछ लिए गए रुपये वापस भी नहीं मिले शिकायत पर तहसीलदार ने जांच की तो शिकायत सही मिली इस पर लेखपाल को निलंबित कर दिया गया गांव परसईपुर केशमपुर के श्याम सुंदर, अभयराम, कमलेश कुमारी, चंद्रभान, सुधारानी, जयप्रकाश, श्यामवती आदि ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी शिकायत में कहा कि सभी लोग अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं निर्धन व्यक्तियों के लिए कृषि पट्टा आवंटन की योजना आई थी इस योजना में वर्ष 2024 में क्षेत्रीय लेखपाल ने कृषि पट्टा दिलाने के नाम पर अवैध वसूली कर किसानों से जमकर रिश्वत खोरी की उधर पीड़ित श्यामसुंदर का कहना है कि कृषि पट्टा आवंटन के नाम पर उससे लेखपाल भूपेंद्र ने कई माह पूर्व 47 हजार रुपये लिए थे।लेकिन पट्टा नहीं मिला, हालांकि कुछ समय बाद रुपये वापस कर दिए। इसी प्रकार अभयराम से भी 45 हजार लिए मगर पट्टा नहीं मिला। बाद में रुपये वापस किए चंद्रभान व माता सुधारानी से भी 62 हजार रुपये लिए। लेकिन इन्हें भी कृषि पट्टा नहीं मिला, हालांकि बाद में बीस हजार रुपये खाते में स्थानांतरित किए। 42 हजार रुपये नहीं दिए। इसी तरह गांव के जयप्रकाश से भी 62 हजार रुपये लिए। इन्हें भी पट्टा नहीं दिया, बाद में उसने भाई धरमपाल को 25 हजार वापस किए। श्यामवती से भी 47 हजार रुपये लिए, मगर उसे रुपये वापस नहीं किए शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल जांच के आदेश दिए SDM सदर ने मामले की जांच तहसीलदार सदर से कराई तो जांच में शिकायत सही पाई गई तहसीलदार की जांच आख्या के आधार पर SDM सदर राकेश कुमार ने दोषी लेखपाल भूपेंद्र पाल को निलंबित कर दिया फिलहाल इस मामले में आगे की जांच अब नायब तहसीलदार को सौंपी गई है।
ब्यूरो रिपोर्ट :- जितेन्द्र कुमार
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