जनपद न्यायालय परिसर में आयोजित हुआ योग शिविर

बहराइच / ब्यूरो

 अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश सतेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में जनपद न्यायालय परिसर में योग शिविर का आयोजन किया गया। ‘‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य’’ की थीम पर आयोजित कार्यक्रम में श्री रामचन्द्र मिशन, बहराइच के प्रशिक्षित योग ट्रेनरों द्वारा योगाभ्यास कराया गया। इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश सतेन्द्र कुमार, विशेष न्यायाधीश (एस.सी./एस.टी. एक्ट) राकेश कुमार सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/पंचम अपर जनपद न्यायाधीश विराट शिरोमणि, अपर जनपद न्यायाधीश/एफ.टी.सी.-प्रथम आनन्द शुक्ला, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती प्रतिभा चौधरी सहित विद्वान अधिवक्तागण तथा जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण द्वारा योगाभ्यास किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश सतेन्द्र कुमार द्वारा बताया गया कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य योग के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना और लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाना है। योग भारत की प्राचीन परम्परा है। योग शरीर और मन को स्वस्थ रखने का माध्यम है। योग से तनाव कम होता है और एकाग्रता बढ़ती है। यह दिन हमे नियमित योग करने की प्रेरणा देता है। योग आसनों के साथ-साथ ध्यान का भी महत्व होता है। योग करने से शारीरिक, मानसिक और आत्मिक विकास होता है। 
जनपद न्यायाधीश ने कहा कि हमें रोजाना योग करना चाहिए ताकि हम स्वस्थ और खुशहाल रह सकें। उन्होंने कहा कि योग भारत की एक प्राचीन विद्या है, जिसकी उत्पत्ति हमारे महान ऋषि-मुनियों ने हजारों वर्ष पूर्व की थी। उन्होंने कहा कि योग शब्द संस्कृत की यजु धातु से बना है, जिसका अर्थ होता है-जुड़ना। यह जुड़ाव केवल शरीर और मन की नहीं, बल्कि आत्मा का परमात्मा से मिलन है। योग जीवन को संतुलित, अनुशासित और शांतिपूर्ण बनाने का माध्यम है। सचिव श्री शिरोमणि ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला कारागार में आयोजित योगाभ्यास कार्यकम में बंदियों, जेल स्टॉफ एवं पराविधिक स्वयं सेवकों द्वारा योगाभ्यास किया गया।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने