शिक्षण पद्धति में रचनात्मक बदलाव के संकल्प के 

साथ ‘सी.एम.एस. विजन-2025 कान्फ्रेन्स’ सम्पन्न

लखनऊ, 21 जून। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा सी.एम.एस. गोमती नगर एक्सटेंशन कैम्पस आॅडिटोरियम में आयोजित तीन दिवसीय ‘सी.एम.एस. विजन-2025 कान्फ्रेन्स’ आज सम्पन्न हो गई। सम्मेलन के तीसरे व अन्तिम दिन आज सी.एम.एस. शिक्षकों व प्रधानाचार्याओं ने शिक्षा में नई चुनौतियों एवं आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षण पद्धति में रचनात्मक बदलाव का संकल्प व्यक्त किया, जिससे कि भावी पीढ़ी को जीवन मूल्यों व उच्च चारित्रिक गुणों से युक्त आदर्श विश्व नागरिक के रूप में ढाला जा सके। सम्मेलन में शिक्षकों के प्रशिक्षण, ग्लोबल सिटीजनशिप एजूकेशन, सोशल-इमोशनल लर्निंग, स्टूडेन्ट काउन्सिल, स्किल डेवलपमेन्ट आदि विभिन्न पहलुओं पर सारगर्भित चर्चा-परिचर्चा सम्पन्न हुई।

सम्मेलन के तीसरे दिन की चर्चा-परिचर्चा आज ‘द फ्यूचर रेडी लर्नर: बियोण्ड द होरिजन’ थीम पर केन्द्रि रही, जिसके अन्तर्गत विभिन्न विषयों एवं उप-विषयों पर शिक्षकों ने अपने विचार रहे। प्रथम सत्र में चर्चा का शुभारम्भ करते हुए सी.एम.एस. की शैक्षणिक सलाहकर सुश्री डाॅन टेलर ने अच्छे और सुखद शिक्षण वातावरण को बनाये रखने हेतु व्यावहारिक जानकारियां साझा की तो वहीं दूसरी ओर ‘ग्लोबल सिटीजनशिप एजूकेशन’ पर आयोजित पैनल डिस्कशन में भी शिक्षकों ने सारगर्भित विचार व्यक्त किये। इसी प्रकार इण्डिपेन्डेन्ट लर्निंग एवं प्रोफेशनल डेलवलपमेन्ट, स्किल डेवलपमेन्ट समेत कई विषयों पर व्यापक चर्चा-परिचर्चा सम्पन्न हुई।

सम्मेलन के समापन अवसर पर सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि शिक्षण पद्धति के रचनात्मक बदलाव में शिक्षकों की राय का विशेष महत्व है क्योंकि शिक्षक समाज में बदलाव के वास्तविक उत्प्रेरक हैं।  हमें वर्तमान समय के अनुरूप एक नई शिक्षा पद्धति को अपनाने की आवश्यकता है जिससे कि प्रत्येक छात्र की सीखने की क्षमता को बढ़ाया जा सके। सी.एम.एस. की सुपीरियर प्रिन्सिपल एवं क्वालिटी अश्योरन्स व इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की हेतु सुश्री सुष्मिता घोष ने सभी शिक्षकों व शिक्षाविद्ों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मेलन भावी पीढ़ी के सर्वांगीण विकास में निश्चित रूप से मील का पत्थर साबित होगा।

सी.एम.एस. के हेड, कम्युनिकेशन्स श्री ऋषि खन्ना ने बताया कि इस तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान सी.एम.एस. शिक्षकों ने अपने छात्रों व अभिभावकों से की गई चर्चा-परिचर्चा का ब्योरा व अपने अनुभवों को साझा किया, जिनके आधार पर सी.एम.एस. की नई शिक्षण पद्धति तैयार करने के लिए विस्तार से चर्चा की गई। सम्मेलन के दौरान मेटाकाॅग्नीशन, संरचनात्मक परिवर्तन, आउटडोर एक्टिविटी, यूथ एम्पाॅवरमेन्ट प्रोग्राम, चारित्रिक शिक्षा, वैश्विक नागरिकता शिक्षा आदि कई विषयों पर गहन चर्चा-परिचर्चा सम्पन्न हुई।


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