अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष
खंडवा की शिक्षिका डिंपल भद्रावले: योग से दे रही हैं निरोग रहने का मंत्र
– 13 वर्षों से योग-प्रशिक्षण और नि:शुल्क हेल्थ टिप्स से समाज सेवा में समर्पित
जो करते हैं योग, उन्हें नहीं छूता कोई रोग — इस विचार को साकार कर रही हैं खंडवा की योग शिक्षिका डिंपल भद्रावले, जो बीते 13 वर्षों से योग एवं स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। आज के भागदौड़ भरे युग में जहाँ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ी चुनौती बन चुका है, वहीं डिंपल अपने अथक प्रयासों से समाज को स्वास्थ्य का नया मार्ग दिखा रही हैं।
फिटनेस बना जीवन का ध्येय
गायत्री कॉलोनी, लाल चौकी निवासी 45 वर्षीय डिंपल भद्रावले ने अपने करियर की शुरुआत फिटनेस ट्रेनर के रूप में की। आठ वर्षों तक जिम में प्रशिक्षण देने के बाद पिछले चार वर्षों से वे एक निजी स्कूल में योग शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। बचपन से फिटनेस में रुचि रखने वाली डिंपल ने एरोबिक्स, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, 'आर्ट ऑफ लिविंग' व 'वेलनेस' प्रोग्राम्स से प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
पिता से मिली समाज सेवा की प्रेरणा
डिंपल के पिता स्व. रमेशचंद्र शर्मा समाज सेवा से जुड़े रहे — विशेषकर निर्धन कन्याओं के विवाह जैसे पुण्य कार्यों से। उसी वातावरण में पली-बढ़ी डिंपल ने न सिर्फ गायत्री परिवार की सदस्यता ली, बल्कि धर्म और सेवा को अपने जीवन का अभिन्न अंग बना लिया।
योग से समाज सेवा का संकल्प
डिंपल दो बच्चों की मां हैं और उनके पति संजय भद्रावले व्यवसायी हैं। पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच उन्होंने महर्षि पतंजलि हरिद्वार केंद्र से योग प्रशिक्षण प्राप्त किया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। शहर हो या गांव — हर जगह जाकर योग सिखाना, स्वास्थ्य शिविरों में भाग लेना और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली के टिप्स देना उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है।
योग सिखाने के साथ मुफ्त हेल्थ टिप्स भी देती हैं
डिंपल न सिर्फ योग सिखाती हैं, बल्कि फोन पर भी स्वास्थ्य और खान-पान से जुड़े टिप्स देती हैं। उनका मानना है कि कई बीमारियों का इलाज हमारे शरीर के अंदर ही छिपा होता है — आवश्यकता है तो सिर्फ योग और जागरूकता की। वे पांच मिनट की तकनीकों से दर्द निवारण जैसे उपायों में भी माहिर हैं।
हर आयोजन में रहती हैं सक्रिय
डिंपल एनएसएस कैंप, खेल शिविर, योग सेमिनार, NSS कार्यक्रमों और स्कूल स्तर के आयोजनों में भी सक्रिय रूप से भाग लेती हैं। वर्तमान में वे महिला पतंजलि योग समिति एवं योगा एंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन की कोषाध्यक्ष हैं।
गांवों तक योग का संदेश
वे जिले के दूरदराज गांवों में भी जाकर योग सिखाती हैं। उनका मानना है कि योग के अभ्यास से कई पुराने रोग भी ठीक हो सकते हैं। उन्होंने अब तक हजारों लोगों को योगाभ्यास कराया है।
सशक्तिकरण, स्वच्छता और शिक्षा में योगदान
योग के अलावा डिंपल महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता अभियान और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा में भी योगदान दे रही हैं। उन्होंने गरीब कन्याओं के विवाह में सहयोग कर कन्यादान सामग्री भी प्रदान की है।

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