औरैया // कम नामांकन वाले परिषदीय विद्यालयों के बच्चे नजदीकी दूसरे स्कूलों में समायोजित होंगे। ऐसे में जिले में खाली हुए 116 स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं चलाई जाएंगी, इसके लिए यहां पर आउटसोर्स के जरिए पद भरे जाएंगे इन पदों की भर्ती के लिए विभाग तैयारियों में जुटा है बेसिक शिक्षा परिषद ने शैक्षिक गुणवत्ता सुधार के लिए छात्र-शिक्षक अनुपात तय किए प्रत्येक विद्यालय में 35 छात्रों पर एक शिक्षक की तैनाती का मानक रखा गया, मौजूदा वक्त में औरैया जनपद में 1265 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं कम नामांकन से अधिकांश स्कूलों में छात्र व शिक्षक का अनुपात गड़बड़ाया है कई स्कूलों में बच्चों की संख्या 30 या 20 से भी कम है लेकिन वहां पर शिक्षकों की संख्या 5 या 6 है जब की 1 या 2 शिक्षक ही पर्याप्त है स्कूलों में लगातार बच्चों की संख्या घट रही है, इससे स्कूलों में मानक से अधिक शिक्षक हो गए ऐसे में सरकार ने कम नामांकन वाले स्कूलों के बच्चों को मर्ज करने के आदेश दिए आदेश पर जिले में बेसिक शिक्षा विभाग ने ऐसे 116 स्कूल सामने आए हैं, जहां पर बच्चों की नामांकन संख्या सात से 50 के बीच में है, इन स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे दूसरे स्कूलों में समायोजित होंगे ऐसे में इन खाली स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाएं चलाने की तैयारी है यदि पहले से प्री प्राइमरी आंगनबाड़ी मौजूद हैं तो उसका इस्तेमाल स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र के लिए किया जाएगा बीएसए संजीव कुमार ने बताया कि समायोजन से खाली स्कूलों में भी विभाग प्री प्राइमरी क्लासेज चलाने की तैयारी है आउटसोर्स के जरिए विभिन्न पदों को भरा जाएगा अन्य संसाधन भी जुटाए जा रहे हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट :- जितेन्द्र कुमार
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