औरैया // एलोपैथ की तर्ज पर ग्रामीण मरीजों का आयुर्वेद पद्धति से बेहतर इलाज होगा ये सहूलियत देने के लिए ब्लॉक के कैथावां में राजकीय आयुर्वेद अस्पताल का भवन बनेगा अभी फिलहाल यहां पर यह अस्पताल किराये के भवन में चल रहा है, लेकिन अब उसका खुद का भवन होगा, इस पर 30 लाख खर्च किए जाएंगे यूपीपीसीएल को भवन बनाने की जिम्मेदारी मिली है। भवन बनने से कैथावां समेत आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों का आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ मिल सकेगा, कैथावां में एक नवंबर 1986 में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय पंचायत भवन में किराये पर शुरू हुआ था, इसकी मंजूरी गांव निवासी स्वतंत्रता सेनानी व तत्कालीन विधायक स्व. गजेंद्र सिंह ने कराई थी तब से यह चिकित्सालय पंचायत भवन में किराये पर चल रहा है, इसके एवज में विभाग द्वारा ग्राम पंचायत को 15 रुपये महीने किराया दिया जा रहा है उधर, वहां की हालत खस्ता होने पर आयुष विभाग ने पंचायतों से किराये व दूसरे भवनों में चल रहे आयुर्वेद चिकित्सालयों की सूची मांगीं थी साथ ही अस्पताल भवन निर्माण के लिए ग्राम पंचायत से भूमि की मांग भी की थी इस पर कैथावां की प्रधान अनीता देवी ने भूमि प्रबंध समिति की बैठक में सड़क किनारे गाटा संख्या 881 स्थित भूमि पर अस्पताल बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था भाजपा के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विभाग की प्रदेश सह संयोजक मंजू सिंह के सुझाव पर प्रधान ने कैथावां में जन्मे स्वतंत्रता सेनानी व बिधूना क्षेत्र से पांच बार विधायक स्व. गजेंद्र सिंह के नाम पर अस्पताल का नामकरण का भी प्रस्ताव किया था जिस पर शासन ने अपनी मुहर लगा दी है, महानिदेशक आयुष मानवेंद्र सिंह ने बताया कि स्वीकृति मिलने के बाद अब आयुष विभाग कैथावां में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय भवन बनवाएगा इसके निर्माण पर 30 लाख व्यय किए जाएंगे इन गांवों को मिलेगा फायदा कैथावां, हिंदूपुर्वा, सिंहपुर, रायपुर, धरमंगदपुर, लालपुर, नंदपुर, रूपपुर, विधीपुर्वा, वराहार, जरावन, रामनगर, नूरपुर, अजीतपुर्वा, तिलकपुर फार्म सहित और भी आसपास के कई गांवों के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।
ब्यूरो रिपोर्ट :- जितेन्द्र कुमार
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know