बलरामपुर- एम एल के पी जी कॉलेज सभागार में बुधवार को पंडित बिरनू महाराज कल्चरल क्लब की ओर से शैक्षिक संस्थानों में कल्चरल क्लब की प्रासंगिकता विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान शास्त्रीय नृत्य कथक की विभिन्न मुद्राओं से भी लोगों को परिचित कराया गया।
का शुभारंभ महाविद्यालय प्राचार्य व क्लब अध्यक्ष प्रो0 जे पी पाण्डेय, मुख्य वक्ता व कथक गुरु हर्षिता चौहान,प्रभारी प्रो0 रेखा विश्वकर्मा, सचिव लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान व समन्वयक डॉ अनामिका सिंह ने दीप प्रज्वलित एवं मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर के किया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो0 पाण्डेय ने कहा कि शैक्षिक संस्थानों में कल्चरल क्लब की प्रासंगिकता बहुत महत्वपूर्ण है। यह छात्रों को अपनी सांस्कृतिक प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने, भारतीय संस्कृति और कला से जुड़ने और अपने समग्र विकास को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। मुख्य वक्ता कथक गुरु हर्षिता चौहान ने कहा कि कल्चरल क्लब छात्रों को भारतीय संस्कृति, कला, संगीत, नृत्य और अन्य कला रूपों के बारे में अधिक जानने और उन्हें संरक्षित करने में मदद करते हैं। उन्होंने शास्त्रीय नृत्य कथक के बारे में विधिवत जानकारी देते हुए उसके विभिन्न मुद्राओं से भी लोगों को परिचित कराया। क्लब प्रभारी प्रो0 रेखा विश्वकर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। समन्वयक डॉ अनामिका सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए शैक्षिक संस्थानों में कल्चरल क्लब के महत्व से रूबरू कराया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे महाविद्यालय के एसोसिएट एन सी सी प्रभारी व क्लब के सचिव लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान ने कहा कि कल्चरल क्लब छात्रों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, टीम वर्क, संचार कौशल और आत्म-अनुशासन जैसे महत्वपूर्ण कौशल विकसित करने में मदद करते हैं ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
बलरामपुर।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know