उतरौला बलरामपुर - फूड इंस्पेक्टर की लापरवाही के चलते नगर व आस पास के ग्रामीण अंचलों में चाय के नाम पर लोगों के जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नकली और केमिकल युक्त चाय की पत्ती खुले आम बाजारो में बेची जा रही है,जो स्वास्थ्य के लिए बेहद ही हानिकारक है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये नकली चाय की पत्तियां पानी में डालते ही गाढ़ा रंग छोड़ देती हैं। इस तरह की चाय, जो होटल और चाय की दुकानों पर खुलेआम बेची जा रही है,अन जाने में लोगों के स्वा स्थ्य को नुकसान पहुंचा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस चाय में इस्तेमाल किए गए हानिकारक रसायनों के कारण कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। प्रमोद कुमार वर्मा, गोपाल चौधरी, धर्म राज यादव, शकील अहमद शाह,साथ अशरफ़,शाह आलम खां, मोहम्मद खलील खां, अशोक कुमार, अशोक कुमार दूबे, नुरुद्दीन कुरैशी, रूपेश कुमार गुप्ता,और रोहित कुमार गुप्ता सहित तमाम स्थानीय लोगों ने खाद्य सुरक्षा विभाग से इस गम्भीर समस्या का समाधान करने की मांग की है। उनका कहना है कि नकली चाय बेचने वाले लोग बिना किसी डर के अपना कारोबार कर रहे हैं, जिससे आम जनता का स्वास्थ्य खतरे में है। फूड इंस्पे क्टर एस डी तिवारी ने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिला फ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, स्था नीय लोगों का कहना है कि जब तक प्रशासन जमीनी स्तर पर जाकर सघन जांच नहीं करता, तब तक यह समस्या बनी रहेगी। विशेषज्ञों और जागरूक नागरि कों का कहना है कि जनता को भी इस समस्या को गम्भीरता से लेना चाहिए। नकली चाय के सेवन से बचने के लिए होटल और ढाबों पर चाय पीने से परहेज करना चाहिए और केवल प्रमाणित चाय पत्तियों का उप योग करना चाहिए।
नकली चाय को अधिक सेवन करने से कैंसर और अन्य गम्भीर बीमारियां भी हो सकती हैं। केमिकलयुक्त चाय का नियमित सेवन शरीर को लम्बे समय तक नुकसान पहुंचा सकता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों जैसे बच्चों और बुजुर्गों पर इस चाय का असर और भी घातक हो सकती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि खाद्य सुरक्षा विभाग को सभी होटल और चाय की दुकानों पर छापेमारी करनीचाहिए।नकली चाय बेचने वालों पर जुर्माना और सख्त कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए।जनता को नकली चाय से खतरों के प्रति जागरूक किया जाए। बाजार मेंउपलब्ध चाय पत्तियों की गुण वत्ता की जांच के लिए लैब परीक्षण अनिवार्य किया जाए। नकली चाय की पत्ती का बढ़ता कारोबार एक गम्भीर स्वास्थ्य के लिए यह समस्या बन सकती है। प्रशासन और जनता को मिलकर इस मुद्दे पर काम करना चाहिए। जब तक नकली चाय की आपूर्ति और बिक्री पर रोक नहीं लगेगी, तब तक आम लोगों का स्वास्थ्य खतरे में रहेगा। जागरूकता और सख्त कार्यवाही से ही इस समस्या का समाधान हो सकता है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know