मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 के प्रथम मुख्यमंत्री पं0 गोविन्द बल्लभ पंत की
पुण्यतिथि पर गोरखपुर में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी
पं0 गोविन्द बल्लभ पंत महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे, एक उत्कृष्ट अधिवक्ता,
राजनेता और कुशल प्रशासक के रूप में प्रदेश और देशवासी उनका स्मरण करते
राजनेता और कुशल प्रशासक के रूप में प्रदेश और देशवासी उनका स्मरण करते
लखनऊ : 07 मार्च, 2025
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पं0 गोविन्द बल्लभ पंत की पुण्यतिथि पर गोरखपुर में पं0 गोविन्द बल्लभ पंत पार्क में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पं0 गोविन्द बल्लभ पंत जी की पावन पुण्यतिथि है। वह देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। एक उत्कृष्ट अधिवक्ता, राजनेता और कुशल प्रशासक के रूप में प्रदेश और देशवासी उनका स्मरण करते हैं। वह भारत की संविधान सभा के सदस्य थे। देश की आजादी के बाद पंत जी को प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की व्यवस्था को आगे बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ था। पं0 गोविन्द बल्लभ पंत जी वर्ष 1954 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और इसके उपरान्त वह देश के गृहमंत्री बने।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हिन्दी को राजभाषा के रूप में स्थापित करने का श्रेय भी पं0 गोविन्द बल्लभ पंत जी को जाता है। उनकी सेवाओं के लिए उन्हें वर्ष 1957 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्होंने कहा कि आज दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर, विश्वविद्यालय के जिस प्रांगण में हम लोग एकत्र हुए हैं, उस विश्वविद्यालय की आधारशिला पं0 गोविन्द बल्लभ पंत जी के ही कर-कमलों द्वारा रखी गई थी। 07 मार्च, 1961 पं0 गोविन्द बल्लभ पंत ने अपने भौतिक शरीर का त्याग किया था।
इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ल, महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्री प्रदीप शुक्ला, श्री विपिन सिंह, श्री महेन्द्र पाल सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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