पिपरा घाट मार्ग पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। बड़ी संख्या में वाहन का आना जाना इस क्षतिग्रस्त पुल से आ-जा रहे हैं। इस वजह से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
शुगर मिल जाने के लिए ओवरलोड गन्ने से लदे ट्रक व ट्रैक्टर प्रतिदिन इस क्षतिग्रस्त पुल से गुजरते हैं, जिससे कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। पश्चिमी छोर पर पुल के शुरू होते ही लगभग तीन मीटर तक छत कई जगह से टूट चूका है। सरिया बाहर आ गई है। लेकिन वाहनों का आवागमन बदस्तूर जारी है। तमाम वाहनों के आवागमन के अलावा प्रतिदिन सैकड़ो श्रद्धालु अपने वाहनों व बस से देवीपाटन मंदिर दर्शन करने के लिए जाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि विभाग के लोग बराबरआते रहते हैं और टूटे हुए हिस्से पर प्लास्टर कर बाहर निकली सलिया को बंद करके चले जाते हैं। जो कि आवागमन होने पर पुनः टूट जाता है। टूटा हुआ हिस्सा पहले बहुत छोटा सा था लेकिन धीरे-धीरे टूटे हुए हिस्सा ही बढ़ता जा रहा है। समय रहते इसका ठोस उपाय नहीं किया गया तो शीघ्र ही आवागमन बंद हो सकता है।
पुल की छत काफी दूर में क्षतिग्रस्त होने से सरिया बाहर आ गई है। गर्डर के पास छत पर बना गड्ढा बढ़ता जा रहा है। इससे दिन में वाहनों को धीमी गति से गुजरना पड़ रहा है।
हालांकि रात के समय भारी वाहनों के तेज गति से गुजरने के दौरान टूटा गर्डर चालक देख नहीं पाते हैं। भारी वाहनों के लगातार गुजरने से पुल पर खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा ने बताया कि क्षतिग्रस्त पुल को शीघ्र ही ठीक कराए जाने का निर्देश विभागीय मुख्य अभियंता को दे दिया गया है।
असगर अली
उतरौला
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