🙏💐😊
 *समय पुराना था...*      

 ( 1 ) तन ढँकने को कपड़े न थे,
फिर भी लोग तन ढँकने का
प्रयास करते थे ...!!
आज कपड़ों के भंडार हैं , फिर भी तन दिखाने का प्रयास करते हैं ...!! 
    *समाज सभ्य जो हो गया हैं ।*

( 2 ) *समय पुराना था...*, 
    
आवागमन के साधन कम थे , फिर भी लोग परिजनों से मिला करते थे ...!!
आज आवागमन के साधनों की भरमार है , फिर भी लोग न मिलने के बहाने बनाते हैं ...!!
   *समाज सभ्य जो हो गया हैं ।*

( 3 ) *समय पुराना था...*, 
              
घर की बेटी , पूरे गाँव की बेटी होती थी , 
आज की बेटी पड़ोसी से ही असुरक्षित हैं ...!!
    *समाज सभ्य जो हो गया हैं !*

( 4 ) *समय पुराना था...*, 
     
लोग नगर-मोहल्ले के बुजुर्गो का हालचाल पूछते थे , 
आज माँ-बाप तक को वृद्धाश्रम में डाल देते हैं ...!!
    *समाज सभ्य जो हो गया हैं ।*

( 5 ) *समय पुराना था*, 
          
खिलौनों की कमी थी , फिर भी मोहल्ले भर के बच्चों के साथ खेला करते थे ...!!
आज खिलौनों की भरमार है ,
पर बच्चे मोबाइल की जकड में बंद हैं ...!! 
    *समाज सभ्य जो हो गया हैं ।*

( 6 ) *समय पुराना था...*,

गली-मोहल्ले के पशुओं तक को रोटी दी जाती थी , 
आज पड़ोसी के बच्चे भी भूखे सो जाते हैं ...!!
    *समाज सभ्य जो हो गया हैं ।*

( 7 ) *समय पुराना था...*, 
          
पड़ोसी के घर मे आए रिश्तेदार का भी पूरा परिचय पूछ लेते थे ,
आज तो पड़ोसी का नाम तक नहीं जानते ...!!
    *समाज सभ्य जो हो गया हैं ।*
      
 🙏💐😊

*👌... वाह रे आधुनिक एवं सभ्य समाज ...👌*

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