जाम्भाणी साहित्य अकादमी बिकानेर द्वारा  
  *सेना और सिनानी - देश धर्म के सजग प्रहरी* विषय पर 24 अप्रैल 2022 को ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इस कार्यक्रम का संचालन अकादमी के कोषाध्यक्ष इंजीनियर आर के बिश्नोई ने किया।
कर्नल सज्जन जी डेलू ने अकादमी और आयोजकों तथा सभी अतिथियों, वक्ताओं, श्रोताओं का स्वागत किया। 
 इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एयर वाईस मार्शल बीके बिश्नोई थे  जिन्हें 1965 और 1971 के भारत पाक युद्ध में वीरता के लिये दो बार वीर चक्र से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष मेजर जनरल डॉ प्रीतम जी बिश्नोई VSM और  विशिष्ठ अतिथि एयर कमोडोर राजेंद्र सिंह बिश्नोई AVSM थे। अन्य वक्ताओं में  कर्नल डीके बिश्नोई,मेजर सुमन बिश्नोई, कर्नल जगदीश जी बिश्नोई , कर्नल गंगाराम धारणियां, कर्नल ओमप्रकाश गोदारा, कर्नल राज सिंह पुनियाँ, विंग कमांडर डीके बेनीवाल, कर्नल के एल बिश्नोई , सूबेदार केहराराम गोदारा थे।
सभी के विचारों का सार यही था कि हम किसान परिवारों से आते है, खानपान शुद्ध होता है,  शारीरिक और मानसिक रूप से सुदृढ होते है, लीडरशीप के गुण होते है, इसलिये एनसीसी, खेलकूद और सेना की सर्विस के लिये बिल्कुल फिट है, बस उन्हें दृढ़ निश्चय, उचित मार्गदर्शन, प्रेरणा, अनुशाशन, लग्न, मेहनत , नशों से दूर रहने और कोचिंग, ट्रेनिंग की आवश्कयता होती है। सेना की सर्विस में सेवा के दौरान और बाद में बहुत सुविधाएं मिलती है जिससे घर, परिवार, समाज , देश की दिशा और दशा बदली जा सकती है। बेटियों के लिये भी इस क्षेत्र में बहुत संभावनाएं है। संचालक आर के बिश्नोई ने बताया कि सेना या अन्य विभागों से सेवानिवृत अधिकारियों को सामाजिक, धार्मिक आयोजनों में आते रहना चाहिए, समाज की मुख्य धारा से जुड़े रहना चाहिए ताकि उनसे प्रेरणा और मार्गदर्शन लेकर युवा भी नोकरी पा सकें, उच्च पदों पर जा सकें।
🙏🙏

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने