नौकरी की बहाली, शिक्षक भर्ती का भी मुद्दा उठाया गया। युवा मंच ने कहा है कि वह अपनी मांगों को प्रयागराज आगमन पर राष्ट्रपति के समक्ष भी रखेंगे। उनका कहना है कि वह प्रशासन से प्रार्थना करेंगे कि उन्हें महामहिम से मिलकर अपनी बात रखने का मौका दिया जाए। उनका कहना है कि  सरकार बेरोजगार युवाओं की समस्या पर सहानुभूति के साथ  विचार करते हुए उन्हें रोजागर से जोड़े। युवाओं को सरकारी नौकरी में लिया जाए युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह की अगुवाई में चल रहे धरने में नौकरी से निकाली गई महिला समाख्या की महिलाएं भी शामिल हुईं। टीजीटी में धांधली की जांच की मांग भी उठी। मंच के संयोजक राजेश सचान ने कहा कि सरकार पदों को खत्म कर संविदा प्रथा चला रही है। सछास के प्रदेश सचिव संदीप चौधरी ने रोजगार आंदोलन का समर्थन किया है। बीएड उत्थान जन मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष संगीता पाल व बीटीसी नेता अंकित पटेल का कहना है जब सरकार सुप्रीम कोर्ट में 51112 प्राथमिक शिक्षक भर्ती के खाली पदों का हलफनामा लगा चुकी है तो भर्ती निकालने के लिए कमेटी गठन कर उसे लटकाना क्यों चाहती है सीएमपी डिग्री कालेज के पूर्व अध्यक्ष करन सिंह परिहार ने कहा कि अब रोजगार आंदोलन में विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों के छात्र भी शामिल होंगे और आंदोलन तेज होगा। महिला समाख्या की वर्षा रानी ने 34 साल से संचालित महिला समाख्या को कोरोना काल में बंद कर 800 महिलाओं से छीनी गई नौकरी बहाल करने की मांग की। धरना प्रदर्शन के अंत में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा गया

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