रविवार सुबह गंगा स्नान के लिए जा रहे लोगों ने फाफामऊ गंगा घाट पुल के नीचे युवक की रक्तरंजित लाश देखी। खबर फैली तो वहां भीड़ लगती गई। फिर फाफामऊ थाने की पुलिस वहां पहुंची। पता चला कि मारा गया युवक 32 साल का संजय बिहारी था। संजय कोरोना से होने वाली मौतों के मामले में वहां दाह संस्कार कराता था। वह गंगा घाट पुल के नीचे रात में तख्त पर सोता था। बताया गया कि वह मूल रूप से बिहार में मुजफ्फरपुर का रहने वाला था और लंबे समय से यहीं गुजारा करता था। अब पुलिस के सामने सवाल यह था कि आखिर संजय को इतनी बेरहमी से किसने मारा डाला। पुलिस घटनास्थल पर तहकीकात करने के साथ ही घाट पर आने-जाने और अंतिम संस्कार कराने वाले दूसरे लोगों से पूछताछ करती रही जांच पड़ताल के बीच पता चला कि दो दिन पहले घाट रहने वाले तेलियरगंज निवासी ईश्वर चंद और संजय के बीच शराब पीने के दौरान मारपीट हो गई थी। पता चला है कि बीती रात ईश्वर चंद ने ही चौकी पर सो रहे संजय को पत्थर तथा त्रिशूल से वारकर कत्ल कर दिया। शव को छिपाने के इरादे से चौकी से कुछ दूर तक खींचा था। पुलिस ने कत्ल के बाद छिपे ईश्वर चंद को पुल के नीचे से गिरफ्तार कर लिया। प्रभारी निरीक्षक फाफामऊ वीरेंद्र कुमार सोनकर ने बताया कि संजय और ईश्वर चंद में दोस्ती थी। दोनों रात में साथ-साथ शराब पीते थे। इसी दौरान दो दिन पहले दोनों ने आपस में लड़ाई कर ली थी। तब संजय ने ईश्वर चंद को पीटा था जिससे वह बौखलाया था और बदले की आग में जल रहा था। शनिवार रात मौका मिलने पर उसने संजय पर हमला कर उसका काम तमाम कर दिया 

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने