प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग रायबरेली तक दो लेन है। भविष्य की जरूरत को देखते हुए इसे फोर लेन किया जाना प्रस्तावित है। रायबरेली से लखनऊ तक हाईवे फोर लेन है जबकि रायबरेली से प्रयागराज तक करीब 106 किमी यह दो लेन में है। इसके फोर लेन चौड़ीकरण के लिए एनएचएआइ का 2000 करोड़ की कार्य योजना है।पहले चरण में नदी पर पुल और बाईपास बनाया जाना है। कार्ययोजना के अनुसार मौजूदा दोनों लेन को प्रभावित किए बिना निर्माण कार्य कराना चुनौती पूर्ण होगा। एनएचएआइ पूर्वी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एसबी सिंह ने बताया कि प्रयागराज से रायबरेली तक फोर लेन हाईवे प्रक्रियाधीन है। शासन से मंजूरी के बाद निर्माण शुरू होगा। निर्माण के दौरान मौजूदा दोनों लेन को बाधित नहीं किया जाएगा। बीओटी (निर्माण एजेंसी द्वारा बनाकर हस्तांतरित किया जाना) पर इसकी गारंटी 2028 तक है। इसलिए फिलहाल इससे छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। पहले चरण में नदी पर पुल और बाईपास बनाया जाना है। कार्ययोजना के अनुसार मौजूदा दोनों लेन को प्रभावित किए बिना निर्माण कार्य कराना चुनौती पूर्ण होगा। एनएचएआइ पूर्वी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एसबी सिंह ने बताया कि प्रयागराज से रायबरेली तक फोर लेन हाईवे प्रक्रियाधीन है। शासन से मंजूरी के बाद निर्माण शुरू होगा। निर्माण के दौरान मौजूदा दोनों लेन को बाधित नहीं किया जाएगा। बीओटी (निर्माण एजेंसी द्वारा बनाकर हस्तांतरित किया जाना) पर इसकी गारंटी 2028 तक है। इसलिए फिलहाल इससे छेड़छाड़ नहीं की जाएगी प्रयागराज से लखनऊ के लिए हर रोज करीब छह से साढ़े छह हजार वाहन गुजरते हैं। यह पिछले साल के मुकाबले करीब 40 फीसद ज्यादा है। लालगोपालगंज के अंधियारी टोल प्लाजा के आइटी कर्मी विकास दास के अनुसार पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष वाहनों का लोड बढ़ा है। हर रोज लगभग 4000 छोटे वाहन जबकि ढाई हजार से ज्यादा भारी वाहन गुजरते हैं 

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