मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 पी0ए0सी0 के संस्थापना दिवस समारोह-2025 का शुभारम्भ किया
पी0ए0सी0 बल के अनुशासन, शौर्य, त्याग और समर्पण का एक गौरवशाली इतिहास : मुख्यमंत्री
प्रदेश सरकार पी0ए0सी0 के जवानों के सम्मान के साथ
उनकी सुविधा और संसाधनों में निरन्तर वृद्धि के लिए कृतसंकल्पित
प्रदेश में सुरक्षा, शान्ति, समृद्धि तथा आत्मविश्वास का वातावरण
निर्मित होने के प्रमुख कारणों में एक राज्य में कानून का राज स्थापित होना
पी0ए0सी0 के अधिकारी और कर्मचारी प्रदेश के साथ-साथ देश के
अन्य राज्यों में विभिन्न आयामों के माध्यम से अपना योगदान दे रहे
प्रदेश सरकार द्वारा पी0ए0सी0 में 41,893 आरक्षियों एवं 698 प्लाटून
कमाण्डरों की भर्ती की गई, सीधी भर्ती के अन्तर्गत प्लाटून कमाण्डरों के
1,648 पदों एवं आरक्षी के 15,131 पदों हेतु भर्ती प्रक्रिया वर्तमान में प्रचलित
सेवा के दौरान दिवंगत हुए पी0ए0सी0 जवानों के 396 आश्रितों को आरक्षी
और 58 आश्रितों को प्लाटून कमाण्डर के पद पर सेवायोजित किया गया
पुलिस कल्याण योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 31 पुलिस मॉडर्न
स्कूल संचालित, पी0ए0सी0 स्थापना दिवस पर पहली बार पुलिस
मॉडर्न स्कूलों में ‘बेस्ट परफॉर्मेंस पी0एम0एस0’ का चयन किया गया
पी0ए0सी0 की 33 में से 31 वाहिनियों में प्रत्येक में 200 जवानों आवासीय व्यवस्था
हेतु जी़$11 टाइप की बहुमंजिला बैरकों का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ाया गया
प्रदेश में पहली बार पी0ए0सी0 की तीन महिला बटालियनों का गठन किया गया
राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में प्रदेश पुलिस बल को
बढ़ावा देने के लिए 02 प्रतिशत पद कुशल खिलाड़ियों की भर्ती हेतु आरक्षित किए गए
मॉडर्न पुलिसिंग, साइबर थाना और साइबर सेल उ0प्र0 पुलिस की पहचान, प्रदेश में
12 अत्याधुनिक एफ0एस0एल0 लैब्स बनकर तैयार, 06 नई लैब्स की निर्माण की कार्यवाही प्रचलित
12 अत्याधुनिक एफ0एस0एल0 लैब्स बनकर तैयार, 06 नई लैब्स की निर्माण की कार्यवाही प्रचलित
मुख्यमंत्री ने सर्वात्तम वाहिनी, सर्वश्रेष्ठ बाढ़ राहत दल, उत्कृष्ट खिलाड़ी,
बेस्ट पुलिस मॉडर्न स्कूल और मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया
मुख्यमंत्री ने पी0ए0सी0 बल द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन किया
मुख्यमंत्री को पी0ए0सी0 के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
लखनऊ : 17 दिसम्बर, 2025
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेशवासियों को उत्तर प्रदेश पी0ए0सी0 के 78वें संस्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पी0ए0सी0 बल के अनुशासन, शौर्य, त्याग और समर्पण का एक गौरवशाली इतिहास है। साहस, अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा, व्यावसायिक दक्षता और कठिन प्रशिक्षण ही पी0ए0सी0 बल की पहचान है। प्रदेश सरकार पी0ए0सी0 के जवानों के सम्मान के साथ उनकी सुविधा और संसाधनों में निरन्तर वृद्धि के लिए कृतसंकल्पित है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां उत्तर प्रदेश प्रादेशिक आर्म्ड कॉन्स्टेबुलरी (यू0पी0पी0ए0सी0) के संस्थापना दिवस समारोह-2025 का शुभारम्भ करने के पश्चात आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने सर्वात्तम वाहिनी, सर्वश्रेष्ठ बाढ़ राहत दल, उत्कृष्ट खिलाड़ी, बेस्ट पुलिस मॉडर्न स्कूल और मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। उन्होंने पी0ए0सी0 बल द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री को उ0प्र0 पी0ए0सी0 के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में सुरक्षा, शान्ति, समृद्धि तथा आत्मविश्वास का वातावरण निर्मित होने के प्रमुख कारणों में एक राज्य में कानून का राज स्थापित होना है। कानून का राज ही हमें सुशासन की गारण्टी दे सकता है। सुशासन में निवेश सुरक्षित हो सकता है और सुरक्षित निवेश हमारे युवाओं की आकांक्षाओं की पूर्ति का माध्यम बन सकता है। प्रदेश के विकास और नए उत्तर प्रदेश का राज यहीं से प्रारम्भ होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पी0ए0सी0 के अधिकारी और कर्मचारी प्रदेश के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों में विभिन्न आयामों के माध्यम से अपना योगदान दे रहे हैं। पी0ए0सी0 बल देश के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में आन्तरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने तथा कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ करने में अपनी प्रभावी भूमिका का निर्वहन करने के साथ ही, आपदा प्रबन्धन, महत्वपूर्ण पर्व व त्योहारों, अति विशिष्ट महानुभावों के आगमन तथा शान्तिपूर्ण ढंग से लोकतन्त्र के महापर्व के रूप में चुनावों को सम्पन्न कराने में अग्रिम मोर्चे पर रहकर कार्य करता रहा है। यह बल यातायात पुलिस, प्रतिसार निरीक्षक ड्यूटी, प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षक एवं आर0टी0सी0 प्रभारी के दायित्वों के निर्वहन के साथ ही, ए0टी0एस0 एवं एस0टी0एफ0 के कमाण्डों के रूप में निरन्तर कर्तव्यरत है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 13 दिसम्बर, 2001 को देश की संसद पर हुए कायराना आतंकी हमले के समय संसद सुरक्षा में तैनात 30वीं वाहिनी पी0ए0सी0, गोण्डा के जवानों ने मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते हुए मुठभेड़ के दौरान सभी पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था। जुलाई, 2005 को श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या परिसर में आतंकी हमले के दौरान सी0आर0पी0एफ0, पी0ए0सी0 और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम ने मोर्चा लेकर सभी आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। प्रदेश सरकार ने पी0ए0सी0 की 46 कम्पनियों को पुनर्जीवित किया है। इन कम्पनियों के माध्यम से प्रदेश में बेहतर कानून-व्यवस्था तथा आन्तरिक सुरक्षा के माध्यम से देश के सामने प्रदेश की बेहतर छवि प्रस्तुत करने में सफलता प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पी0ए0सी0 जवानों की संख्या, उनकी क्षमता, प्रशिक्षण और तकनीक में वृद्धि का कार्य निरन्तर जारी है। इस बल को एस0एल0आर0, इन्सास रायफल, मल्टीसेल लाँचर, एण्टी रॉयट व टियर गैस गन जैसे अत्याधुनिक हथियारों और दंगा नियन्त्रण उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। पी0ए0सी0 कार्मिकों की व्यवसायिक दक्षता में गुणात्मक सुधार किए जाने हेतु पूर्व में प्रचलित प्रशिक्षण पाठ्यक्रम को अपडेट करते हुए उन्हें सेवाकाल के दौरान ए, बी, सी कोर्स नियमित रूप से कराए जा रहे हैं। आज पी0ए0सी0 बल में सर्वाधिक संख्या युवाओं की है। प्रदेश सरकार द्वारा पी0ए0सी0 में 41,893 आरक्षियों एवं 698 प्लाटून कमाण्डरों की भर्ती की गई है। सीधी भर्ती के अन्तर्गत प्लाटून कमाण्डरों के 1,648 पदों एवं आरक्षी के 15,131 पदों हेतु भर्ती प्रक्रिया वर्तमान में प्रचलित है। इसमें 135 प्लाटून कमाण्डर की भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया जा चुका है। बहुत शीघ्र यह भर्ती सम्पन्न होकर उत्तर प्रदेश पुलिस बल की क्षमता को अधिक बढ़ाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सेवा के दौरान दिवंगत हुए पी0ए0सी0 जवानों के 396 आश्रितों को आरक्षी और 58 आश्रितों को प्लाटून कमाण्डर के पद पर सेवायोजित किया गया है। आरक्षी पद हेतु 28 अभ्यर्थियों व प्लाटून कमाण्डर पद हेतु सात अभ्यर्थियों के सेवायोजन की प्रक्रिया वर्तमान में प्रचलित है। पी0ए0सी0 में पदोन्नति के और अधिक अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से सशस्त्र पुलिस में 184 निरीक्षकों, 3,772 उपनिरीक्षकों के पदों में वृद्धि की गई है। विभागीय प्रोन्नति के अन्तर्गत 426 उपनिरीक्षक, 4,042 मुख्य आरक्षी तथा 13,313 आरक्षियों को पदोन्नति प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त, 352 मुख्य आरक्षी तथा 1,015 आरक्षियों की पदोन्नति की कार्यवाही वर्तमान में प्रचलित है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस कल्याण योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 31 पुलिस मॉडर्न स्कूल संचालित हैं। पी0ए0सी0 स्थापना दिवस पर पहली बार पुलिस मॉडर्न स्कूलों में ‘बेस्ट परफॉर्मेंस पी0एम0एस0’ का चयन किया गया है। पी0ए0सी0 वाहिनी में कार्यरत जवानों को मार्केट रेट से कम दाम पर दैनिक उपभोग की वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए 13 मास्टर कैन्टीन और 103 सब्सिडियरी कैन्टीन संचालित हैं। सभी पी0ए0सी0 जवानों हेतु आवासीय सुविधा सुनिश्चित करने के लिए पी0ए0सी0 की 33 में से 31 वाहिनियों में प्रत्येक में 200 जवानों की आवासीय व्यवस्था हेतु जी़11 टाइप की बहुमंजिला बैरकों का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ाया गया है। इनमें से 18 वाहिनियों में यह कार्य पूर्ण हो चुका है। 13 वाहिनियों में निर्माण कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पी0ए0सी0 वाहिनियों में पूर्व निर्मित आवासों की वार्षिक मरम्मत एवं विशेष मरम्मत हेतु आवश्यक धनराशि स्वीकृत की गई है। प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखकर पुलिस भर्ती में कम से कम 20 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु अनेक कदम उठाए गए हैं। प्रदेश में पहली बार पी0ए0सी0 की तीन महिला बटालियनों के गठन का कार्य प्रारम्भ किया गया है। इनमें लखनऊ में वीरांगना ऊदादेवी, गोरखपुर में वीरांगना झलकारीबाई तथा बदायूं में वीरांगना अवन्तीबाई लोधी के नाम पर बटालियन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त 03 अन्य महिला वाहिनी की स्थापना के क्रम में मीरजापुर एवं जालौन में भूमि प्राप्त हो चुकी है। जनपद बलरामपुर में भूमि क्रय की कार्यवाही प्रचलित है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिला उपनिरीक्षकों के 106 तथा महिला आरक्षी के 2,282 पदों के सापेक्ष भर्ती की कार्यवाही तेजी के साथ आगे बढ़ी है। किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एस0डी0आर0एफ0) की 06 कम्पनियों की 18 टीमें प्रदेश में निरन्तर सेवाएं प्रदान कर रही हैं। राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में प्रदेश पुलिस बल को बढ़ावा देने के लिए 02 प्रतिशत पद कुशल खिलाड़ियों की भर्ती हेतु आरक्षित किए गए हैं। इसी क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 480 कुशल खिलाड़ियों की भर्ती सम्पन्न की जा चुकी है। 768 पदों पर अधियाचन प्रक्रियाधीन है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेलकूद के प्रोत्साहन एवं खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन हेतु वर्ष 2024 में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर खेल बजट को 70 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किया गया है। इसे खिलाड़ियों के विशेष आहार, उनके उपयोगार्थ खेलकूद किट, उपकरण एवं खेल से सम्बन्धित अन्य वस्तुओं के क्रय किए जाने पर व्यय किया जा सकता है। इसके फलस्वरूप वर्ष 2025 में प्रदेश पुलिस टीम की ओर से विभिन्न अन्तरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हुए खिलाड़ियों द्वारा 14 स्वर्ण पदक, 02 रजत पदक और 03 कांस्य पदक अर्जित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विभिन्न राष्ट्रीय एवं अखिल भारतीय पुलिस खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हुए खिलाड़ियों द्वारा कुल 94 स्वर्ण, 70 रजत और 111 कांस्य पदक अर्जित किए गए हैं। प्रदेश में सुरक्षा व सुशासन के बेहतर वातावरण हेतु सरकार की अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति निरन्तर प्रचलित है। विगत 08 वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 2,19,000 कार्मिकों की भर्ती सम्पन्न की गई है। इन भर्तियों में 20 प्रतिशत महिला आरक्षण सुनिश्चित किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस बल में वर्तमान में 44,000 से अधिक महिला कार्मिक अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं। पुलिस की ट्रेनिंग की क्षमता में कई गुना वृद्धि हुई है। हाईराइज भवन प्रदेश पुलिस बल की अवस्थापना सुविधा के उदाहरण बने हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के रिफॉर्म को ध्यान में रखते हुए 07 जनपदों में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में मिशन शक्ति के पांचवे चरण के अन्तर्गत महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के माध्यम से उनके सशक्तिकरण की कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ायी जा रही है। मॉडर्न पुलिसिंग, साइबर थाना और साइबर सेल आज उत्तर प्रदेश पुलिस की पहचान बने हैं। फॉरेन्सिक साइंस इकोसिस्टम के अन्तर्गत लखनऊ में स्थित उत्तर प्रदेश फॉरेन्सिक इन्स्टीट्यूट ने देश व प्रदेश में अत्याधुनिक प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में अपनी पहचान बनाई है। आज प्रदेश में 12 अत्याधुनिक एफ0एस0एल0 लैब्स बनकर तैयार हैं। 06 नई लैब्स की निर्माण की कार्यवाही प्रचलित है। प्रदेश के 17 नगर निगमों में सेफ सिटी का लक्ष्य प्राप्त किया गया है। यू0पी0एस0एस0एफ0 की 06 वाहिनियां प्रदेश में महत्वपूर्ण इमारतों और स्थलों की सुरक्षा में अपना योगदान प्रदान दे रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने आज यहां मलखम्भ, जिम्नास्टिक, वेपन्स ड्रिल, पी0टी0 डिस्प्ले एवं बैण्ड प्रदर्शन का अवलोकन किया है। पी0ए0सी0 के जवानों द्वारा बैण्ड के माध्यम से ‘वन्दे मातरम्’ की प्रस्तुति की गयी। भारत के राष्ट्रगीत ‘वन्दे मातरम्’ ने स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान युवाओं में नया जोश भरा था। राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पी0ए0सी0 के बैण्ड ने सार्वजनिक स्थलों पर राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने के लिए अभिनव एवं सराहनीय पहल प्रारम्भ की है। यहां प्रस्तुत गार्ड ऑफ ऑनर पी0ए0सी0 के उत्तम प्रदर्शन, अनुशासन और व्यवसायिक कार्य दक्षता का बेहतरीन उदाहरण है।
इस अवसर पर समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री असीम अरुण, पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, ए0डी0जी0, पी0ए0सी0 डॉ0 रामकृष्ण स्वर्णकार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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