बलरामपुर- एम.एल.के. पी.जी. कॉलेज, में नवंबर माह के पाठ्य सहगामी कार्यक्रमों के अंतर्गत 18 नवंबर की देर शाम को हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का विषय था — “शिक्षा क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) शिक्षक की भूमिका को समाप्त कर देगी”।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता की उपयोगिता, सीमाएँ, और शिक्षा के भविष्य पर उसके प्रभाव को तर्कपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने पक्ष और विपक्ष दोनों में अपने विचारों को प्रभावशाली शैली में अभिव्यक्त किया। वाद-विवाद के माध्यम से छात्रों में तार्किक अभिव्यक्ति, आलोचनात्मक चिंतन और तकनीकी जागरूकता को प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. प्रखर त्रिपाठी रहे।निर्णायक मंडल ने प्रतिभागियों के अभिव्यक्ति कौशल, तर्क शक्ति और प्रस्तुति शैली के आधार पर परिणाम घोषित किए।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सुधांशु पाठक (B.A. प्रथम वर्ष),द्वितीय स्थान शुमाइला कय्यूम (B.A. तृतीय वर्ष) एवं तृतीय स्थान बी.एससी. के अनुराग मिश्र ने प्राप्त किया।
विजयी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र एवं मेडल प्रदान किए गए। कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर जनार्दन प्रसाद पाण्डेय ने इस अवसर पर कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों में रचनात्मकता एवं प्रतिस्पर्धात्मक भावना को बढ़ाती हैं। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए सभी प्रतिभागियों तथा आयोजकों को बधाई दी। कार्यक्रम में कुलानुशासक महोदया प्रो. वीणा सिंह, सांस्कृतिक निदेशिका प्रो. रेखा विश्वकर्मा, प्रो. विमल प्रकाश वर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर दिनेश कुमार मौर्य, डॉ. ऋषि रंजन पांडेय, डॉ प्रमोद कुमार यादव,श्रीमती कृतिका तिवारी, संदीप कुमार यादव, दिनेश कुमार, मानसी पटेल, कमलेश चौरसिया एवं अनिल कुमार पांडेय की गरिमामयी उपस्थिति रही। प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में तार्किक एवं रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करना था।
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
बलरामपुर।
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