**लखनऊ, 10 नवंबर 2025:** समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में एक अनोखे उत्सव का आयोजन किया। यह मौका था नोटबंदी के दौरान जन्मे 'खजांची यादव' का 8वां जन्मदिन। अखिलेश ने खुद केक काटा, बच्चे को लड्डू खिलाए और एक नई साइकिल भेंट की। इस खुशी के समारोह में सपा के वरिष्ठ नेता और अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव भी खास तौर पर मौजूद रहे, जिससे कार्यक्रम में पारिवारिक एकता का संदेश भी झलका।

खजांची यादव का जन्म 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा के ठीक एक दिन बाद कानपुर देहात के अनंतपुर गांव में हुआ था। उस समय खजांची की मां सर्वेशा देवी पैसे निकालने के लिए बैंक की लंबी कतार में खड़ी थीं। प्रसव पीड़ा होने पर उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां खजांची ने दुनिया में कदम रखा। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना को नोटबंदी की विफलता का प्रतीक बताते हुए बच्चे का नाम 'खजांची' रखा था। तब से सपा हर साल 8 नवंबर को खजांची का जन्मदिन मनाती है, जो पार्टी के लिए नोटबंदी विरोधी अभियान का हिस्सा बन चुका है।

इस बार के जन्मदिन समारोह में सपा मुख्यालय को लाल-हरे गुब्बारों और फूलों से सजाया गया। अखिलेश ने खजांची को गोद में उठाकर लड्डू खिलाया और उसे एबीसीडी गिनती सिखाने की कोशिश की। बच्चे ने शरमा जाते हुए अखिलेश को एक छोटी कविता सुनाई, जिस पर सभी ने तालियां बजाईं। अखिलेश ने कहा, "खजांची अब 8 साल का हो गया है, लेकिन नोटबंदी की यादें अभी भी ताजा हैं। यह बच्चा उस 'कालेधन' के वादों का जीता-जागता सबूत है, जो कभी लौटा ही नहीं।" उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए जोड़ा कि नोटबंदी कार्पोरेट फ्रॉड की भरपाई के लिए की गई थी, जिससे आम जनता को तकलीफ हुई।

चाचा शिवपाल सिंह यादव का आगमन कार्यक्रम का खास आकर्षण रहा। शिवपाल ने अखिलेश के साथ मिलकर केक काटा और कहा, "यह न सिर्फ खजांची का जन्मदिन है, बल्कि सपा परिवार की एकजुटता का प्रतीक भी। अखिलेश भतीजे के नेतृत्व में हम सब मिलकर उत्तर प्रदेश की जनता के हितों की रक्षा करेंगे।" शिवपाल ने खजांची को उपहार में एक स्मार्ट वॉच दी और परिवार का आशीर्वाद दिया। सपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि शिवपाल का शामिल होना पार्टी में एकता की मिसाल है, खासकर 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद जब शिवपाल की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) सपा में विलय हो चुकी है।

खजांची की मां सर्वेशा देवी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, "अखिलेश बाबू हमें बहन-भाई मानते हैं। हर साल वे खजांची की पढ़ाई-लिखाई का ख्याल रखते हैं। इस बार बच्चे ने साइकिल मांगी थी, जो मिल गई।" खजांची ने बताया कि वह नवोदय विद्यालय में पढ़ना चाहता है और बड़े होकर 'नेताजी' (मुलायम सिंह यादव) की तरह नेता बनेगा। कार्यक्रम में सपा के कई विधायक, सांसद और स्थानीय नेता भी शामिल हुए। बच्चे को खिलौने, कपड़े और मिठाइयों से नवाजा गया।

यह आयोजन न सिर्फ पारिवारिक उत्सव था, बल्कि सपा का राजनीतिक संदेश भी। अखिलेश ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "नोटबंदी जैसे फैसलों से गरीबों को लाइन में खड़ा किया गया, लेकिन अमीरों का काला धन सुरक्षित रहा। आज खजांची बड़ा हो रहा है, लेकिन उन वादों की सच्चाई सबके सामने है।" सपा कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी पर एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई, जिसमें उस दौर की तस्वीरें और खबरें प्रदर्शित की गई है  

रिपोर्टर सौरभ यादव 

हिंदी संवाद न्यूज़ जौनपुर 

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