प्रयागराज - कुख्यात माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद को नैनी सेंट्रल जेल से झांसी जेल शिफ्ट करने के दौरान हुई सुरक्षा में चूक को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है।मामले में इंस्पेक्टर अशोक कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू करा दी गई है।
बता दें कि अली अहमद को एक अक्टूबर को नैनी सेंट्रल जेल से झांसी जेल में शिफ्ट किया गया था।जेल से बाहर निकलते समय अली ने मीडिया कर्मियों से खुलकर बात की थी,जिसे सुरक्षा में गंभीर चूक माना गया था।यही कारण रहा कि जेल ट्रांसफर के दौरान सुरक्षा टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की गई। अब सुरक्षा में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
अली ने मीडिया से कहा था कि मेरा अल्लाह जानता है कि यहां सुरक्षित रहेंगे कि नहीं, मुख्यमंत्री जी से यही कहना है कि जो होना था, वो हो गया। हमें बचा लीजिए। मुझे बेवजह सताया न जाए। दरअसल अली 38 महीने से नैनी सेंट्रल जेल में बंद था। अली 30 जुलाई 2022 को प्रयागराज कोर्ट में सरेंडर किया था। गिरफ्तारी के बाद पहली बार अली मीडिया से बात कर पाया था। पुलिसवालों ने भी इतनी ढिलाई बरती थी कि वह अपनी बात मीडिया के सामने रख सके।
जेल के भीतर का वीडियो भी सामने आया था।अली के झांसी जेल पहुंचने के बाद जेल परिसर के अंदर का भी एक वीडियो सामने आया था। इसमें अली की फुटेज जेल के अंदर मोबाइल कैमरे से रिकॉर्ड करते दिखाया गया था। इसे लेकर भी सवाल उठे थे। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने भी इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी।
अली अहमद के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था,इसके बाद झांसी जेल पहुंचने पर भी एक और वीडियो सामने आया,जिसमें अली को जेल परिसर के अंदर मोबाइल कैमरे से रिकॉर्ड किया गया था।जेल मैनुअल के अनुसार मोबाइल फोन लेकर जेल परिसर में प्रवेश करना सख्त प्रतिबंधित है।इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
अली अहमद कुख्यात माफिया अतीक अहमद का दूसरा बेटा है।अली ने 30 जुलाई 2022 को प्रयागराज की अदालत में सरेंडर किया था।अली पर पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का मामला दर्ज है,तब से अली नैनी सेंट्रल जेल में बंद था।अब मीडिया से बातचीत और जेल वीडियो प्रकरण के बाद प्रशासन ने जिम्मेदार पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में इस तरह की सुरक्षा चूक दोबारा न हो।
प्रयागराज में 24 फरवरी, 2023 को उमेश पाल की हत्या के बाद सीएम योगी ने विधानसभा में कहा था कि माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज के अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाते समय अली के पिता कुख्यात माफिया अतीक अहमद और माफिया चाचा अशरफ की हत्या कर दी गई थी।अली की मां शाइस्ता परवीन फरार है।भाई का भी एनकाउंटर हो चुका है।
बता दें कि झांसी जेल काफी संवेदनशील मानी जाती है।यहां माफिया मुख्तार अंसारी लंबे समय तक बंद रहा है,बाद में मुख़्तार की बांदा जेल में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। मुख्तार का कभी राइट हैंड रहा मुन्ना बजरंगी भी इस जेल में बंद रहा था।झांसी जेल से बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी को शिफ्ट किया गया था, वहां उसकी हत्या कर दी गई थी।
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
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