मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) के कार्यों की समीक्षा की
बुन्देलखण्ड क्षेत्र की औद्योगिक प्रगति, आत्मनिर्भर
उ0प्र0 के दृष्टिकोण को सशक्त बनाएगी : मुख्यमंत्री
बीडा क्षेत्र में एयरपोर्ट निर्माण हेतु बीडा
प्रशासन को उपयुक्त भूमि चिन्हित करने के निर्देश
आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का बीडा/झांसी तक
विस्तारीकरण किया जाना चाहिए, इसके लिए एन0एच0ए0आई0 से संवाद करें
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को बीडा क्षेत्र से जोड़ने के लिए
लिंक एक्सप्रेस-वे की एलाइनमेंट प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए
दिल्ली-चेन्नई की चतुर्थ रेलवे लाइन तथा बीडा क्षेत्र
में रेलवे स्टेशन निर्मित करने की दिशा में कार्य किए जाएं
दिल्ली-नागपुर इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर का एक नोड बीडा में विकसित करने
की आवश्यकता, बीडा क्षेत्र में एक मल्टीमोडल लॉजिस्टिक्स पार्क बनाया जाए
बीडा प्रशासन अगले 06 माह में भूमि अधिग्रहण की समस्त कार्यवाही पूरी करे, इसके लिए एक सप्ताह में रजिस्ट्री व राजस्व से जुड़े अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती की जाए
हर स्तर पर निवेशकों के लिए भरोसेमंद वातावरण तैयार किया
जाए, क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के अवसर प्राप्त हों
लखनऊ : 29 अक्टूबर, 2025
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में नवगठित बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) के कार्यों की अद्यतन प्रगति, भूमि अधिग्रहण की स्थिति, निर्माणाधीन परियोजनाओं तथा भावी औद्योगिक योजनाओं की समीक्षा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने बीडा क्षेत्र में एयरपोर्ट निर्माण हेतु बीडा प्रशासन को उपयुक्त भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बीडा के समुचित विकास तथा कनेक्टिविटी को और बेहतर करने पर बल देते हुए कहा है कि आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का बीडा/झांसी तक विस्तारीकरण किया जाना चाहिए। इसके लिए एन0एच0ए0आई0 से संवाद किया जाए। उन्होंने यूपीडा को बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को बीडा क्षेत्र से जोड़ने के लिए एक लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए एलाइनमेंट प्रक्रिया तेजी से पूरी करने भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दिल्ली-चेन्नई की चतुर्थ रेलवे लाइन तथा बीडा क्षेत्र में रेलवे स्टेशन निर्मित करने की दिशा में कार्य किए जाएं। उन्होंने दिल्ली-नागपुर इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर का एक नोड बीडा में विकसित करने की जरूरत बताते हुए बीडा क्षेत्र में एक मल्टीमोडल लॉजिस्टिक्स पार्क के निर्माण के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड अब पिछड़ेपन की परिभाषा नहीं, बल्कि प्रगति के प्रतीक के रूप में उभरेगा। बीडा की सफलता से न केवल झांसी, बल्कि पूरे क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अगले 06 माह में भूमि अधिग्रहण की समस्त कार्यवाही पूरी कर ली जाए। इसके लिए एक सप्ताह में रजिस्ट्री व राजस्व से जुड़े अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती की जाए। उन्होंने अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास और सी0ई0ओ0 बीडा को निर्देश दिए कि अगले 15 दिनों में बीडा में योग्य सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, टाउन प्लानर और आर्किटेक्ट की तैनाती कर दी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बीडा को प्रदेश के औद्योगिक विकास का नया ग्रोथ इंजन बनाते हुए इसे ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस’ और रोज़गार सृजन का आदर्श मॉडल बनाया जाए। बीडा, बुन्देलखण्ड क्षेत्र के औद्योगिक पुनर्जागरण की आधारशिला बनेगा। बुन्देलखण्ड क्षेत्र की औद्योगिक प्रगति, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के दृष्टिकोण को सशक्त बनाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि हर स्तर पर निवेशकों के लिए भरोसेमंद वातावरण तैयार किया जाए, जिससे क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के अवसर प्राप्त हों।
बैठक में अवगत कराया गया कि बीडा के गठन हेतु कुल 56,662 एकड़ क्षेत्रफल अनुमोदित किया गया है, जिसमें से अब तक 22,028 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पारदर्शी, समयबद्ध और ऑनलाइन बनाने के लिए बीडा द्वारा एक विशेष सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से कृषक सहमति से लेकर भुगतान तक की सम्पूर्ण प्रक्रिया डिजिटल रूप में सम्पादित की जाएगी। कृषकों की सुविधा हेतु बीडा कार्यालय में कॉल सेंटर की स्थापना आगामी माह से की जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि पारदर्शी प्रक्रिया से कृषकों का विश्वास बढ़ेगा और औद्योगिक निवेश को गति मिलेगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि बीडा क्षेत्र के लिए मास्टर प्लान-2045 को बोर्ड की संस्तुति मिल चुकी है। इसके अंतर्गत 35.8 प्रतिशत भाग औद्योगिक गतिविधियों हेतु, 15.2 प्रतिशत आवासीय, 5.1 प्रतिशत मिश्रित उपयोग हेतु, 1.5 प्रतिशत वाणिज्यिक तथा 10.6 प्रतिशत हरित क्षेत्र हेतु रखा गया है। इस प्रकार कुल 253.33 वर्ग किलोमीटर भूमि उपयोग का विन्यास निर्धारित किया गया है। सभी आठ सेक्टरों में जोनिंग एवं सेक्टर प्लानिंग का कार्य प्रगति पर है, जिसे आगामी 30 नवम्बर तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
अधिकारियों ने अवगत कराया कि पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए पर्यावरण प्रभाव आकलन (ई0आई0ए0) रिपोर्ट की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। आवश्यक सर्वेक्षण, मौसमी डेटा संकलन तथा औद्योगिक गतिविधियों के पर्यावरणीय प्रभावों के अध्ययन का कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री जी ने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि आंतरिक सड़कों, सीवेज नेटवर्क, जल निकासी, स्टॉर्म वॉटर प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट निस्तारण और पावर डिस्ट्रीब्यूशन से सम्बन्धित कार्यों को मिशन मोड में आगे बढ़ाया जाए।
बैठक में अवगत कराया गया कि बीडा क्षेत्र को राष्ट्रीय राजमार्ग एन0एच0-27 एवं एन0एच0-44 से जोड़ने वाली कनेक्टिविटी योजनाएँ अंतिम चरण में हैं। साथ ही, रेलवे स्टेशन, लॉजिस्टिक पार्क, ट्रक टर्मिनल, बस डिपो और आई0टी0 पार्क जैसी परियोजनाएँ भी प्रस्तावित हैं।
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