उतरौला बलरामपुर - किसानों के हित में शासन द्वारा संचालित फार्मर रजिस्ट्री अभियान तहसील क्षेत्र में सुस्त पड़ा हुआ है। तहसील प्रशासन और कृषि विभाग की ओर से लगातार कैम्प लगाकर किसानों का पंजीकरण कराने के प्रयास किए जा रहे हैं,लेकिन किसा नों की उदासीनता और लापरवाही के चलते यह अभियान अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पा रहा है।तहसील प्रशासन ने इस अभियान को प्राथ मिकता में रखा है। इस के लिए हर गांव में लेख पाल और कृषि विभाग के कर्मचारियों की संयुक्त टीमें भी गठित की गई हैं, जो किसानों के बीच जाकर फार्मर रजिस्ट्री करा सके हैं। शनिवार को तहसील दार वीरेन्द्र प्रताप ने स्वयं कई गांवों का दौरा किया,और वहां पर चल रहे कैम्पों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। उन्होंने किसानों से संवा द करते हुए कहा कि शासन की मंशा है कि हर पात्र किसान का डेटा पोर्टल पर दर्ज हो, ताकि सरकारी योजना ओं का सीधा लाभ पात्र किसानों तक पहुंच सके।तहसीलदार वीरेन्द्र प्रताप ने बताया कि तह सील क्षेत्र में किसानों की संख्या एक लाख से अधिक है,जिसमें अभी तक लगभग पचास प्रतिशत लक्ष्य ही हासि ल हो सका है। उन्होंने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि किसानों ने समय रहते रजिस्ट्री नहीं कराई, तो उन्हें आगे चलकर केन्द्र और राज्य सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाये गा। फार्मर रजिस्ट्री करा ना प्रत्येक किसान के लिए अब अनिवार्य हो गया है। इसके बिना किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना,किसान दुर्घटना बीमा योजना,प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योज ना, पीएम कुसुम योज ना, कृषि यंत्र अनुदान योजना,निःशुल्क बीज वितरण योजना, पशु पालन अनुदान योजना जैसी अनेक लाभकारी योजनाओं का लाभनहीं मिल सकेगातहसीलदार ने यह भी बताया कि किसानों की सुविधा को देखते हुए तहसील प्रशा सन ने विशेष व्यवस्था की है। किसान अब अपने गांव के जनसेवा केन्द्र(सीएससी)या पंचा यत सचिवालय में भी जाकर फार्मर रजिस्ट्री करवा सकते हैं। इसके अलावा पंचायत सहाय क लेखपाल और कृषि विभाग के कर्मचारी भी इसमें किसानों की मदद कर रहे हैं। किसान अप ने राजस्व अभिलेख, आधार कार्ड और बैंक पासबुक के साथ नजदी की कैम्प,जनसेवा केन्द्र या पंचायत सचिवालय में जाकर जल्द से जल्द अपनी फार्मर रजिस्ट्री कराएं। फार्मर रजिस्ट्री भविष्य में सभी सरका री योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक दस्तावेज है। तहसीलदार वीरेन्द्र प्रताप ने स्पष्ट किया कि फार्मर रजिस्ट्री के बिना किसानों को भविष्य में किसी भी सरकारी योजना में शामिल नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इसअभियान का उद्देश्य किसानों का सटीक डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करना है, जिससे योजनाओं की पारदर्शि ता और सुगमता बनी रहे। उन्होंने आगे यह भी कहा कि प्रशासन द्वारा लगातार गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लेख पालों, ग्राम पंचायत अधिकारियों और कृषि विभाग के कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे किसानों से व्यक्ति गत रूप से मिलें, और उन्हें रजिस्ट्री के महत्व के बारे में समझाएं।
उन्होंने यह भी बताया कि कई गांवों में किसा नों ने रजिस्ट्री कराकर मिसाल पेश की है, वहीं कुछ स्थानों पर किसानों की भागीदारी अभी भी कम है।उन्होंने यह भी कहा कि यह अभियान किसानों के हित में है। सरकार चाहती है कि कोई भी किसान योजनाओं से वंचित न रहे। फार्मर रजिस्ट्री कराने से किसानों को न केवल योजनाओं का लाभ मिलेगा बल्कि भविष्य में उनकी फसल,बीमा, सिंचाई और उत्पादन सम्बन्धी सभी आवश्य क जानकारियाँ भी एक ही पोर्टल से उपलब्ध होंगी। तहसीलदार ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि सभी किसान भाई शासन की इस महत्वपूर्ण पहल में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। यह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि किसानों के हित और भविष्य की सुरक्षा से जुड़ी प्रक्रिया है। प्रशासन का लक्ष्य है कि तहसील क्षेत्र का हर किसान फार्मर रजिस्ट्री से जुड़ जाए, औरकिसी भी सरकारी योजना से वंचित न राह पाये।
हिन्दी संवाद न्यूज से
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उतरौला बलरामपुर।
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