हरदोई ज़िले की शाहाबाद कोतवाली इन दिनों सुर्खियों में है। बीते एक सप्ताह के भीतर यहाँ लगातार अपराधों की घटनाएँ सामने आईं और पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। इस घटना के बाद परिजनों व स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश देखने को मिला। प्रदर्शन और हंगामे के बीच पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ा और नतीजतन कई पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। इतना ही नहीं, कुछ पर एफआईआर दर्ज करने तक की नौबत आ गई।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने त्वरित निर्णय लेते हुए शाहाबाद कोतवाली में नए कोतवाल आनंद नारायण त्रिपाठी की नियुक्ति की गई। आज उन्होंने औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण किया। रोचक बात यह रही कि सामान्य प्रक्रिया के विपरीत कोतवाली में कार्यभार संभालने से पहले पूजा-पाठ का आयोजन कराया गया। इस धार्मिक अनुष्ठान में कोतवाली का पूरा स्टाफ मौजूद रहा और शांति व सुव्यवस्था की कामना की गई।
पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने साफ संकेत दिया है कि शाहाबाद कोतवाली में लापरवाही या मनमानी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने नए कोतवाल को निर्देशित किया है कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और आमजन को निष्पक्ष न्याय सुनिश्चित हो।
स्थानीय लोग अब यह देखने को उत्सुक हैं कि नए कोतवाल की कार्यशैली कैसी रहती है और क्या शाहाबाद कोतवाली बीते दिनों की फजीहत से बाहर निकलकर जनता का विश्वास फिर से हासिल कर पाएगी। फ़िलहाल यह कहना गलत नहीं होगा कि कुछ ही दिनों में शाहाबाद कोतवाली पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है और आने वाला समय इसकी असली परीक्षा होगा।
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