#दिनांक:-9/8/2025

#शीर्षक:- रक्षाबंधन 


खिलता महकता घर परिवार 

सुन्दर प्यार भरे पल यादगार,

धमाचौकडी सारे दिन की,

भाई-बहन से है रौशन संसार,

सावन माह लाया पवित्र त्यौहार।

अटूट रिश्तों का मूल्य बताता,

रिश्तों का प्यारा चमन खिलाता,

रक्षाबंधन प्यार भरा भंडार ,

शुभकामनाएं रक्षाबंधन का त्यौहार।

भाई की कलाई 

बहन ने रक्षासूत्र सजाई,

भूल मार पिटाई

प्रेम की ज्योत जलाई, 

रोली अक्षत रक्षाबंधन 

और रख मिठाई ,

बड़े प्यार से मनाया,

राखी का पावन पर्व ,

बड़े चाव से गुलाबजामुन खिलाई।

बहन को मिला उपहार ,

आकांक्षा नही अपेक्षा करती हूँ, 

बना रहे प्रेम भावना का संसार ,

रिश्तों में असीमित प्यार, 

अपार स्नेह देखभाल जैसा व्यवहार,

शुभकामनाएं रक्षाबंधन का त्यौहार।।


रचना मौलिक, स्वरचित और सर्वाधिकार सुरक्षित है।


प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"

चेन्नई

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