फिल्म निर्माण की मुख्य बातें अंबेडकर नगर जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में Brother Films World Production के बैनर तले भक्तिमय फिल्म "महिमा बाबा खाटू श्याम की" का फिल्मांकन जोरों पर चल रहा है। इस फिल्म के माध्यम से बाबा खाटू श्याम की दिव्य महिमा और आध्यात्मिक विरासत को चित्रित किया जा रहा है, जो भक्तों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं । बाबा खाटू श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है और राजस्थान के खाटू धाम में उनका प्रसिद्ध मंदिर स्थित है, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं ।
फिल्म की शूटिंग जनपद के बरियावन, अकबरपुर, शहजादपुर और कटेहरी जैसे क्षेत्रों में की जा रही है। इन स्थानों का चयन अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के कारण किया गया है, जो फिल्म की भक्ति थीम के अनुकूल वातावरण प्रदान करते हैं। अकबरपुर नगरपालिका क्षेत्र में हाल ही में दो बहुउद्देशीय सभागारों के निर्माण की स्वीकृति मिली है, जो इस क्षेत्र के विकास और सांस्कृतिक गतिविधियों के विस्तार का संकेत देती है ।
प्रमुख कलाकार और निर्माता दल इस फिल्म के निर्माता जनपद के मूल निवासी और प्रसिद्ध हास्य कॉमेडियन अभिनेता संजय वर्मा हैं, जिन्होंने अपने सफल करियर के बाद अब फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रखा है। निर्देशक की भूमिका में संजीव बोहरवी हैं, जो अपनी अनूठी दृष्टि और कहानी कहने के तरीके के लिए जाने जाते हैं।
फिल्म के मुख्य कलाकारों में आजमगढ़ के प्रसिद्ध गायक लाडो मद्धेशिया, अभिनेत्री नम्रता सिंह और सलमान खान के साथ 'दबंग' फिल्म में चौबे जी की भूमिका निभाने वाले राम सुजान सिंह शामिल हैं। इनके अलावा, गोपाल चौहान, निशा तिवारी, जे नीलम और गौरव मिश्रा जैसे कलाकार भी प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे।
कहानी और तकनीकी पक्ष फिल्म की कहानी अनिल विश्वकर्मा द्वारा लिखी गई है, जबकि सिनेमैटोग्राफी की जिम्मेदारी विजय मंडल के कंधों पर है। फिल्म का संगीत अनुज तिवारी द्वारा तैयार किया जा रहा है, और गीत संतोष उत्पत्ति, दुर्गावती और सिकंदर खान द्वारा लिखे गए हैं। संपादन का कार्य धर्म सोनी कर रहे हैं, जबकि मेकअप की जिम्मेदारी सनी विश्वकर्मा को सौंपी गई है। इस प्रोजेक्ट में सैकड़ों कलाकार और तकनीकी सदस्य शामिल हैं, जो इसकी व्यापकता और महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। फिल्म की शूटिंग अंबेडकर नगर की धरती पर की जा रही है, जिसे बाबा गोविंद साहब की तपोभूमि और लोहिया की नगरी के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि फिल्म की कथा को और अधिक प्रामाणिकता और गहराई प्रदान करेगी। सांस्कृतिक संदर्भ और महत्व बाबा खाटू श्याम का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व भारत में अत्यंत गहरा है। खाटूश्यामजी का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है और यह एक प्रमुख तीर्थ स्थल है । हर साल फाल्गुन माह में यहाँ एक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों भक्त भाग लेते हैं । 2025 में इस मेले का आयोजन 28 फरवरी से 11 मार्च तक किया जाएगा और इसमें 60 लाख से अधिक भक्तों के आने की उम्मीद है । मेले के दौरान भक्तों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था की जाती है, जिसमें रींगस रोड पर 52 बीघा की विशाल पार्किंग जोन शामिल है । भक्त "हारे का सहारा बाबा श्याम", "ओम श्री श्याम देवाय नमः" और "जय श्री श्याम बाबा जय श्री श्याम" जैसे मंत्रों का जाप करते हुए दर्शन के लिए आते हैं । फिल्म "महिमा" इन्हीं भक्ति भावनाओं और आस्था को चित्रित करेगी। वर्तमान फिल्मांकन और स्थानीय प्रभाव अंबेडकर नगर में एक साथ कई फिल्म projects के चलने से पूरे जनपद में फिल्मी माहौल बना हुआ है। एक ओर जहाँ "महिमा बाबा खाटू श्याम" फिल्म का निर्माण हो रहा है, वहीं दूसरी ओर भोजपुरी फिल्म "महंगाई का ₹1 दहेज" (जिसमें अम्रपाली दुबे मुख्य भूमिका में हैं) का फिल्मांकन भी राजे सुल्तानपुर में किया जा रहा है। इन फिल्म निर्माण गतिविधियों ने क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति प्रदान की है। होटलों, रेस्तरां और परिवहन services में विशेष रूप से वृद्धि देखी जा रही है। स्थानीय लोगों के लिए यह एक नया और रोमांचक अनुभव है, क्योंकि उन्हें फिल्म निर्माण की प्रक्रिया को नजदीक से देखने का अवसर मिल रहा है। निष्कर्ष अंबेडकर नगर जनपद में "महिमा बाबा खाटू श्याम" फिल्म का निर्माण एक सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व की घटना है। यह फिल्म न केवल बाबा खाटू श्याम की दिव्य महिमा को प्रदर्शित करेगी, बल्कि इस क्षेत्र को फिल्म निर्माण के मानचित्र पर भी स्थापित करेगी। स्थानीय लोगों में इस परियोजना के प्रति उत्साह देखा जा सकता है, जो इसे एक सामूहिक सांस्कृतिक उत्सव में बदल रहा है। फिल्म के रिलीज होने के बाद यह अंबेडकर नगर के साथ-साथ पूरे देश में बाबा खाटू श्याम की भक्ति और महिमा के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे region के tourism को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, क्योंकि दर्शक फिल्म में दिखाए गए स्थानों को देखने के लिए आकर्षित होंगे।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने