लखीमपुर में दाे मुस्लिम बहनों ने मंदिर में हिंदू युवकों से शादी कर ली। इससे पहले गांव में पंचायत हुई। लड़कियों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वह नहीं मानीं।
इसके बाद उन्हें मंदिर ले जाया गया वहां दोनों की उनके प्रेमी से शादी करवा दी गई। लड़कों ने लड़कियों की मांग में सिंदूर भरा। फेरे लिए। वहां मौजूद बड़े–बुजुर्गों ने आशीर्वाद दिया। गांव के लड़कों ने धार्मिक नारे लगाए। लड़कियों ने सनातन धर्म अपनाकर अपने नाम भी बदल लिए हैं। मामला पढुआ थाना क्षेत्र के बैरिया गांव का है।
हिंदू रीति रिवाज से दोनों मुस्लिम बहनों की हिंदू लड़कों से शादी कराई गई।
एक युवती को गांव वालों ने प्रेमी के साथ देख लिया था
बैरिया गांव की दो बहनों जासमीन (20) और रुकसाना (18) का गांव के दो मौसेरे भाइयों राम प्रवेश (21) पुत्र टंडन मौर्य और सर्वेश कुमार मौर्य (22) पुत्र मेलाराम से अफेयर था।
20 अगस्त को जास्तीन को उसके प्रेमी राम प्रवेश के साथ खेत में लोगों ने देख लिया था। जैसे ही ये बात परिजनों और रिश्तेदारों को पता चली, उन्होंने हंगामा कर दिया। उन्होंने दोनों लड़कों सर्वेश कुमार और राम प्रवेश को पकड़ने की कोशिश की तो दोनों तरफ से मारपीट हुई।
रुकसाना की मांग में सिंदूर भरता राम प्रवेश। मंदिर में दोनों ने सात फेरे लिए।
पुलिस ने दोनों पक्षों को समझौते के बाद छोड़ दिया
मामला थाने तक पहुंच गया। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझौते के बाद छोड़ दिया। यह तय हुआ कि बहनों की शादी कहीं और कराई जाएगी। लेकिन 24 अगस्त की रात कहानी ने नया मोड़ लिया। रात तीन बजे दोनों बहनें घर से गायब हो गईं और सीधे प्रेमियों के घर पहुंच गईं। परिजन लेने पहुंचे तो उन्होंने लौटने से साफ इनकार कर दिया।
पंचायत में उमड़ा जनसैलाब
सोमवार को गांव में पंचायत बुलाई गई। हजारों ग्रामीण जुटे, पूर्व प्रधान अनवर अली और मौजूदा प्रधान प्रतिनिधि लखपत प्रसाद भी मौजूद रहे। पंचायत में दोनों लड़कियों को समझाने की कोशिश की गई, मगर दोनों बहनें अपने फैसले पर अड़ी रहीं।
मंदिर में कराई गई शादी, बदले नाम
अंत में दोनों बहनों की उनके प्रेमी से शादी कराने पर सहमति बनीं। दोनों को सोमवार शाम को गांव के प्रसिद्ध श्री ठाकुर जी पयहारी बाबा मंदिर लाया गया। यहां पंडित अभिषेक मिश्रा ने सनातन रीति-रिवाज से विवाह कराया। शादी से पहले शुद्धिकरण की रस्म हुई। दोनों बहनों के नाम भी बदले गए। रुखसाना, रूबी मौर्य और जास्मीन को चांदनी देवी नाम दिया गया।
भाई ने कहा- हम क्या ही कर सकते हैं
लड़कियों के भाई मोहर्रम अली ने कहा, हम तीन भाई बाहर कमाने जाते हैं। घर पर बूढ़ी मां और बहनें रहती थीं। समझाने की लाख कोशिश की, लेकिन दोनों ने हमारी एक न सुनी। अब हम क्या कर सकते हैं।
थाना प्रभारी विवेक उपाध्याय ने बताया कि दोनों लड़कियां बालिग हैं बाकी कोई तहरीर मिलती है तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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