उतरौला बलरामपुर- नगर में शनिवार को सुबह एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब एक अज्ञात महिला ने एक घर में घुसकर चार वर्षीय मासूम बच्ची पर जानलेवा हमला कर दिया था। यह घटना मोहल्ला सुभाष नगर की है,जहां सुबह लग भग 7 बजे सत्य प्रकाश गुप्ता की चार वर्षीय पुत्री पर उस समय हमला हुआ,जब घर के अन्य सदस्यों ने दैनिक कार्यों में व्यस्त थे।प्राप्त जानकारी के अनुसार, सत्य प्रकाश गुप्ता रोज़ की तरह सुबह अपने घर के पास में स्थित चाय की दुकान पर चाय पीने के लिए गए हुए थे। घर का मुख्य दरवाज़ा खुला हुआ था, और उनकी पत्नी स्नान कर रही थीं। इसी बीच, एक अज्ञात महिला ने घर में प्रवेश किया, और भीतर जाकर बच्ची को निशाना बनाया। जब मोहल्ले के किसी व्यक्ति ने जाकर सत्य प्रकाश को सूचना दी, कि एक महिला उनके घर में घुस गई है, तो वह भागते हुए ही अपने घर पर पहुंचे। घर का दरवाज़ा अन्दर से बन्द था, जिसे तोड़ने से पहले उन्होंने ऊपर से झांक कर जो दृश्य देखा, वह दिल दहला देने वाला था। उन्होंने देखा कि एक महिला उनकी मासूम बच्ची के मुंह में जबरन आलू भरकर उसे बेरहमी से मार रही थी। सत्य प्रकाश ने तत्काल दरवाज़ा तोड़ा और अपनी बेटी को महिला के चंगुल से छुड़ाया। उस वक्त तक बच्ची गम्भीर रूप से घायल हो चुकी थी पिता ने बच्ची को सुरक्षित निकालकर तुरन्त पुलिस सहायता के लिए कस्बा चौकी पर गया परन्तु वहां पर कोई भी पुलिस कर्मी मौजूद नहीं मिला।
बाद में उन्होंने महिला को पकड़कर थाना कोतवाली उतरौला पर लाये और वहां पर लिखित प्रार्थना पत्र देकर घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने पुलिस से इस गम्भीर मामले को लेकर न्याय की गुहार लगाई, और मांग की कि आरोपी महिला की मानसिक स्थिति की जांच कराई जाए, तथा उस पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। घटना के बाद पूरे मोहल्ले में भय और आक्रोश का माहौल रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते सत्य प्रकाश घर न पहुंचे होते, तो मासूम की जान जा सकती थी। मोहल्ले वासियों ने पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया है, कि क्षेत्र में अज्ञात व संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजाही पर निगरानी रखी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों सके।
कस्बा चौकी पर पीड़ित को कोई पुलिस कर्मी न मिलना प्रशासनिक की लापरवाही को दर्शाता है। यदि समय रहते पुलिस सहायता मिल जाती, तो आरोपी महिला को और सख्ती से नियंत्रित किया जा सकता था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घायल बच्ची का इलाज जारी है, और उसकी हालत अभी चिन्ता जनक बनी हुई है। वहीं आरोपी महिला को हिरासत में लेकर उसकी पहचान और मानसिक स्थिति की जांच की जा रही है।
यह घटना न केवल एक मासूम की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि कस्बे की कानून व्यवस्था को भी कटघरे में लाकर खड़ा करती है। जनता को उम्मीद है कि पुलिस प्रशासन त्वरित इस पर कार्य वाही कर दोषी के खिलाफ कठोरात्मक कदम उठाया जाएगा।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know