मुख्यमंत्री ने जनपद अलीगढ़ में श्रद्धेय बाबूजी श्री कल्याण सिंह जी की
चतुर्थ पुण्यतिथि और तृतीय हिंदू गौरव दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित किया

केन्द्रीय रक्षा मंत्री वर्चुअल माध्यम से श्रद्धांजलि कार्यक्रम से जुड़े

श्रद्धेय बाबूजी कल्याण सिंह जी ने एक शिक्षक, संघ कार्यकर्ता तथा भारतीय जनता
पार्टी के एक कर्मठ कार्यकर्ता से लेकर उ0प्र0 के मुख्यमंत्री के रूप में स्वयं
को भारत की राष्ट्रीयता के लिए समर्पित किया: मुख्यमंत्री

जिस भी क्षेत्र में श्रद्धेय बाबूजी ने कार्य किया, उसमें उन्होंने अपने आदर्शों की छाप छोड़ी
 
श्री कल्याण सिंह जी ने उ0प्र0 में कानून के राज
की स्थापना करते हुए सुशासन की मिसाल प्रस्तुत की
 
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में उ0प्र0 में विगत साढ़े आठ
वर्षों में विकास, सुशासन, समृद्धि तथा सुरक्षा के लिए जो कार्य
किए गए, उनकी आधारशिला श्री कल्याण सिंह जी ने रखी

बुलन्दशहर के राजकीय मेडिकल कॉलेज और लखनऊ में प्रदेश के सुपर
स्पेशियलिटी कैंसर हॉस्पिटल का नामकरण श्रद्धेय बाबूजी के नाम पर किया गया

विगत आठ वर्षों में प्रदेश दंगा तथा गुण्डागर्दी और माफियागिरी से मुक्त हुआ

डबल इंजन सरकार अपनी आध्यात्मिक विरासत के संरक्षण के लिए कार्य कर रही

देश से गुलामी के अंशों को समाप्त करने और अपनी विरासत
पर गौरव की अनुभूति करने की दृष्टि से अयोध्या में श्रीराम
जन्मभूमि मन्दिर का भव्य निर्माण एक अनुपम मिसाल

हाल ही में सम्पन्न 60,244 पुलिस भर्ती में प्रदेश के सभी 75 जनपदों के
नौजवान चयनित हुए, इसमें अलीगढ़, एटा, कासगंज और हाथरस के नौजवान शामिल

जो लोग आज पी0डी0ए0 के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास कर रहे, यह वही लोग हैं, जिनकी सरकार में दंगे होते थे, गुण्डे और माफिया प्रदेश में ताण्डव मचाते थे


लखनऊ: 21 अगस्त, 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि अलीगढ़ जनपद के एक छोटे से गांव में एक सामान्य किसान परिवार में जन्मे श्रद्धेय बाबूजी कल्याण सिंह जी ने बचपन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से राष्ट्रीयता के संस्कार ग्रहण किए। एक शिक्षक, संघ कार्यकर्ता तथा भारतीय जनता पार्टी के एक कर्मठ कार्यकर्ता से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने स्वयं को भारत की राष्ट्रीयता के लिए समर्पित किया। उनकी पूरी यात्रा प्रेरणादायक है। जिस भी क्षेत्र में श्रद्धेय बाबूजी को कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ, उसमें उन्होंने अपने आदर्शों की छाप छोड़ी।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद अलीगढ़ में श्रद्धेय बाबूजी श्री कल्याण सिंह की चतुर्थ पुण्यतिथि और तृतीय हिंदू गौरव दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने श्री कल्याण सिंह जी की स्मृतियों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि दी। केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह भी वर्चुअल माध्यम से श्रद्धांजलि कार्यक्रम से जुड़े। इस अवसर पर श्रद्धेय बाबूजी श्री कल्याण सिंह जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्री कल्याण सिंह जी ने वर्ष 1977 में तत्कालीन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में तथा बाद में उत्तर प्रदेश के बिगड़े हालात में कानून के राज की स्थापना करते हुए सुशासन की मिसाल प्रस्तुत की। विरासत और विकास की यात्रा साथ-साथ कैसे चल सकती है, यह अपने छोटे से कार्यकाल के दौरान श्रद्धेय बाबूजी ने उत्तर प्रदेश में कर के दिखाया। जब जनता द्वारा चुनी उनकी सरकार को लोकतांत्रिक तरीके से भंग करने का काम किया गया, तब श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन में व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने अपना पद छोड़ने में जरा भी देरी नहीं की और श्रीराम जन्मभूमि के भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व और उनके मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में विगत साढ़े आठ वर्षों में विकास, सुशासन, समृद्धि तथा सुरक्षा के लिए हम जो कुछ भी कार्य कर पाए हैं, उनकी आधारशिला श्री कल्याण सिंह जी द्वारा रखी गयी थी। वर्ष 1990-91 और वर्ष 1996-97 में उन्होंने सरकार बनाकर प्रदेश के विकास की जो आधारशिला रखी थी, उसी पर कार्य करते हुए तथा उनके आदर्शों को अंगीकार करते हुए आज डबल इंजन सरकार प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कभी बुलन्दशहर श्रद्धेय बाबूजी की विधानसभा हुआ करती थी। वहां पर प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से निर्मित राजकीय मेडिकल कॉलेज का नामकरण श्रद्धेय बाबूजी के नाम पर किया गया है। लखनऊ में प्रदेश के सुपर स्पेशलिटी कैंसर हॉस्पिटल का नामकरण श्रद्धेय बाबूजी के नाम पर किया गया और वहां पर उनकी भव्य प्रतिमा की स्थापना भी की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश से गुलामी के अंशों को समाप्त करने और अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति करने की दृष्टि से अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर का भव्य निर्माण एक अनुपम मिसाल के रूप में हम सबके सामने है। हम सब अयोध्या की इस विरासत पर गौरव की अनुभूति करते हैं। डबल इंजन सरकार द्वारा अपनी आध्यात्मिक विरासत के संरक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है। हमने जो कहा, वह करके दिखाया है। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त करके हमेशा के लिए आतंकवाद पर नकेल कसने का कार्य किया गया है। स्वतंत्र भारत के 140 करोड़ नागरिक इसके प्रत्यक्षदर्शी हैं। देशवासी इस बात का अनुभव कर रहे हैं कि पहले घोषणाएं बहुत होती थीं, लेकिन उनका मूर्तरूप आज देखने को मिल रहा है। हाल ही में सम्पन्न 60,244 पुलिस भर्ती में प्रदेश के सभी 75 जनपदों के नौजवान चयनित हुए। इसमें अलीगढ़, एटा, कासगंज और हाथरस के भी बहुत से नौजवान शामिल हैं। वर्ष 2017 के पहले यह नहीं हो सकता था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जो लोग आज पी0डी0ए0 के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं, यह वही लोग हैं, जिनकी सरकार में दंगे होते थे, गुण्डे और माफिया प्रदेश में ताण्डव मचाते थे। यह वही लोग हैं, जो कांवड़ यात्रा में रोक लगाते थे। विजयदशमी में दुर्गापूजा का अनुष्ठान नहीं होने देते थे और होली-दीपावली में अनेक व्यावधान पैदा करने का कार्य करते थे। उस समय ऐसे लोगों की तुष्टिकरण की नीति थी। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में तुष्टिकरण नहीं, बल्कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ के साथ संतुष्टिकरण की नीति है। विकास सबका, सुरक्षा सबको, लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं।
जो लोग आज पी0डी0ए0 की बात करके समाज की एकता को खण्डित करना चाहते हैं, उनसे पूछना चाहिए कि जब अलीगढ़, बरेली, मुजफ्फरनगर या मेरठ में दंगे हुए थे तो इन दंगों के पीड़ितों में दलित भी थे, पिछड़े भी थे, व्यापारी भी थे और सामान्य हिन्दू भी थे। तब इन लोगों की संवेदना पीड़ितों के प्रति नहीं थी। उस समय भारतीय जनता पार्टी पीड़ितों के साथ खड़ी थी। विगत आठ वर्षों में प्रदेश दंगा तथा गुण्डागर्दी और माफियागिरी से मुक्त हुआ है।
एक तरफ ऐसे लोग पी0डी0ए0 की बात करते हैं, दूसरी तरफ जब बांग्लादेशी और पाकिस्तानी घुसपैठियों तथा रोहिंग्या को मतदाता बनाकर यहां के वंचितों, पीड़ितों और भारत के नागरिकों को मतदान करने से वंचित करने के इनके दुष्चक्र के खिलाफ जब कार्य हो रहा है, तो उसमें व्यवधान भी पैदा करते हैं। इनके द्वारा न केवल संसद की कार्यवाही को, बल्कि चुनाव आयोग तथा न्यायपालिका पर भी आरोप लगाकर संवैधानिक संस्थाओं की अवमानना करने का कुत्सित प्रयास हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रद्धेय बाबूजी कल्याण सिंह जी हम सबका आदर्श और एक नई प्रेरणा हैं। हम सभी उनसे प्रेरित हों, उसे अपने जीवन में अंगीकार करें। श्रद्धेय बाबूजी की पुण्यतिथि पर हमारा दायित्व बनता है कि उनके बताए मार्गों का अनुसरण करें। उन्होंने जीवनभर प्राणपण से भारत और भारतीयता के लिए कार्य किया। जब हम इस अभियान से जुड़ेंगे, तो उत्तर प्रदेश विकास की नई बुलन्दियों को छुएगा और भारत की अग्रणी अर्थव्यवस्था का राज्य बनेगा। ताला नगरी अलीगढ़ श्रद्धेय बाबूजी की उन्हीं स्मृतियों की याद दिलाती है, जो स्थानीय उद्यमों को प्रोत्साहित करके स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को आगे बढ़ाती है। यही आत्मनिर्भर भारत विकसित भारत का आधार बनेगा। विकसित भारत के लिए हम सबको प्राणपण से काम करना है।
इस अवसर पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि बाबूजी ने राष्ट्रवाद, समरसतावाद के सिद्वांतों पर सरकार की स्थापना कर जनकल्याण के कार्य किए। वह केवल पिछड़ों के ही नेता नहीं थे, बल्कि पूरे प्रदेश की जनता को साथ लेकर चलने वाले नेता थे। बाबूजी के सिद्धातों पर ही आज सबका साथ-सबका विकास की बुनियाद पर प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार कार्य कर रही है।
उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने बाबूजी को पद्म विभूषण से सम्मानित करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि बाबूजी के नेतृत्व में पहली बार उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनी। वर्ष 2017 से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बाबूजी ने अपनी जिम्मेदारियों एवं दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। उन्होंने सदैव अपने साथ कार्य करने वालों का सम्मान किया और अन्त्योदय के प्रणेता के रूप में अंतिम पायदान के व्यक्ति को भी सरकार की विकास योजनाओं का लाभ दिलाया।
विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि बाबूजी के जीवन का महत्व हम सभी को समझना चाहिए। उनकी विचारधारा अनुकरणीय है। उन्होंने राष्ट्रवाद की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए जो कार्य किए, उसकी सर्वत्र चर्चा होती है। देश व प्रदेश की राजनीति में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।
पूर्व सांसद एवं कार्यक्रम के आयोजक श्री राजवीर सिंह ‘राजू भैय्या’ ने कहा कि बाबूजी ने ’राम काज कीजे बिनु मोहि कहां विश्राम’ को चरितार्थ करने का कार्य किया। उन्होंने प्रदेश में दो बार दंगा रहित, बिना पक्षपात व जातिवाद के सरकार का कुशल संचालन किया।
कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव अग्रवाल, समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नरेन्द्र कुमार कश्यप, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सन्दीप सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह, माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गुलाब देवी, खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव, कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख, महिला कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिभा शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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