उतरौला बलरामपुर-धर्मांतरण, हवाला और अवैध सम्पत्ति को लेकर तथा कथित घिरे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के काले कारनामों का खुलासा रुकने का नाम नहीं ले रहे। ताजा जानकारी के अनुसार, वह अपने काले धन को सफेद करने के लिए स्थानीय स्तर पर प्लॉट खरीदकर-बिक्री का सहारा लिया करता था, जिससे अब कई भूमिधर और प्लॉट डीलर जांच एजेंसियां रडार पर आ गए हैं। सूत्रों की मानें तो छांगुर बाबा ने बीते कुछ वर्षों में उतरौला व आस-पास के क्षेत्रों में अपने सहयोगियों और अनुयायियों के माध्यम से लाखों की रकम प्लॉटों में निवेश की है। इन जमीनों की खरीद-बिक्री नकद भुगतान के जरिए की गई और रजिस्ट्री या नामांतरण में फर्जी पहचान या बेनामी हस्तांतरण का सहारा लिया जा रहा था।प्राप्त जानकारी के अनुसार, छांगुर बाबा के सम्पर्क में रहे कुछ जमीन कारोबारियों ने उसकी अवैध आय को कानूनी रूप देने में मदद की। इसके बदले मेंउन्हें मोटा कमीशन दिया जाता था। अब ईडी,ए टी एस और राजस्व विभाग की संयुक्त जांच टीम इन संदिग्ध डीलरों और भू-माफियाओं की सम्पत्तियो की जांच कर ने का मन बना रही है।
तथा कथित पीर बाबा स्वयं को "छांगुर पीर" बताकर सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव बनाने में भी सफल रहा। जिससे उसे संरक्षण अभी तक मिलता। इस प्रभाव का उपयोग कर उसने क्षेत्र के कई सरकारी कर्मचारियों और राजनीतिक लोगों से सांठ गांठ कर अवैध कार्यों को अंजाम देता रहा।अब जब ईडी और अन्य एजेंसियां प्लॉट लेन-देन की गहराई से जांच कर रही हैं, तो उन लोगों में खलबली सी मची हुई है, जो किसी न किसी रूप में छांगुर बाबा के सम्पर्क आ रहे हैं। कुछ लोगों ने अपनी जमीनें औने-पौने दामों में बेच दीं, तो कुछ को उसके जरिए जमीनें उपलब्ध कराई गईं हैं।जांच एजेंसियों कीनजर दरगाह से लगे हुए उन भू-खंडों पर भी है,जिन्हें या तो अवैध रूप से कब्जा किया गया या फिर संदिग्ध तरीके से लेन-देन के जरिए खरी दा गया। सूत्रोंकेअनुसार इनमें से कुछ परनिर्माण कार्य भी शुरू कियागया था। जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का मामला अब सिर्फ धार्मिक ठगी का नहीं, बल्कि सुनियो जित आर्थिक अपराध, काले धन के शोधन और संगठित साजिश का रूप ले चुका है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है,स्थानीय भू माफिया, राजस्व कर्मी और कुछ राजनैतिक हस्तियों की संलिप्तता की परतें खुलने लगी हैं।
यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में उतरौला की जमीन पर कई चौंकाने वाले खुलासे और गिरफ्तारी देखने को मिल सकती हैं।

           हिन्दी संवाद न्यूज से
          असगर अली की खबर
            उतरौला बलरामपुर। 

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने