रिपोर्ट शोभित अवस्थी
हरदोई इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने हरदोई के कीर्ति कृष्णा बाल चिकित्सालय को चालू कराने की मांग जिला प्रशासन के सामने दूसरी बार रखी है। एसोसिएशन ने बाल चिकित्सालय को जनहितकारी बताया, और हादसे के बावजूद अस्पताल प्रबंधन द्वारा तत्परता दिखाते हुए जनहानि के रोकनें के हुए प्रयास की सराहनीय बताया। दरअसल शहर के नघेटा रोड स्थित कीर्ति कृष्णा बाल चिकित्सालय में बीते 16 जुलाई को बिजली की चिंगारी से धुंआ निकलने की घटना हो गयी थी, इस पर कर्मचारियों एवं अग्निशमन विभाग द्वारा अस्पताल में लगे सुरक्षा उपकरणों और हौज रील से तुरंत काबू कर लिया गया। सुरक्षा साधनों की उपलब्धता और कर्मचारियों की तत्परता से सभी मरीज़, परिजन और कर्मचारी सुरक्षित रहे।
भूतल पर स्थित चार निकास द्वारों और प्रथम तल पर स्थित दो निकास द्वारों से सभी को सुगमता से निकाला गया लेकिन धुएं से कुछ घबड़ाये हुए परिजन सीढी लगा कर जल्दबाज़ी में प्रथम तल से सड़क पर उतर गये। हालांकि किसी को कोई चोट नहीं पहुँची। अग्निशमन विभाग के स्पाट मेमो में 25 हज़ार मात्र का नुकसान पाया गया।। कीर्ति कृष्णा बाल चिकित्सालय में संचालन के क्लीनिकल इस्टैब्लिस्मेंट एक्ट के अंतर्गत आवेदन किया जा चुका था जैसा की जनपद के सभी अस्पतालों का स्टेटस है। अग्निशमन का अनापत्ति प्रमाणपत्र का लिखित में आवेदन किया जा चुका था, उसके लिए विभाग द्वारा दो बार उपलब्ध सुरक्षा संसाधनों का चला कर निरीक्षण किया गया था, जिसमें सभी उपकरण चालू हालत में पाए गए थे। अग्निशमन एनओसी प्रक्रिया में था जैसा की जनपद के 63 अस्पतालों में से 54 अस्पतालों का स्टेटस है।
उ.प्र. प्रदूषण विभाग का प्रमाणन 2026 तक का है। एसोसिएशन का कहना है कि बिना कारण बताओ नोटिस के और जवाब देने का मौका दिए बगैर अस्पताल को सील कर देने से हरदोई के सभी चिकित्सक दुखी हैं और आक्रोशित हैं। कीर्ति कृष्णा बच्चों के चिकित्सालय के मरीज़ों के कष्ट को देखते हुए और कर्मचारियों की जीविका के सवाल को देखते हुए हम सभी हरदोई के चिकित्सकों की मांग है कि उक्त अस्पताल को अति शीघ्र खोला जाये। इस दौरान अध्यक्ष डा. अजय अस्थाना, सचिव डा. संदीप कटियार के अलावा, डा. अखिलेश पटेल, डा. विनय कटियार, डा. अरुण मौर्या समेत एसोसिएशन से जुड़े हुए जिले के प्रमुख चिकित्सक मौजूद रहे।
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