उतरौला बलरामपुर- गर्मियों की लम्बी छुट्टी होने के बाद दिनांक 01जुलाई 2025 दिन सोमवार को उतरौला नगर सहित ग्रामीण अंचलों के अधिकतर स्कूलों में एक बार फिर बच्चों की चहल कदमी दिखने लगी है। दिनांक 20 मई कोग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित होने के बाद पहली बार स्कू ल खुले हुए हैं, जिससे विद्यालय के परिसरों में रौनक लौट आई है। हालांकि छुट्टी होने के बाद पहले दिन विद्यार्थियों की उपस्थिति अपेक्षा कृत कम रही,मगर शिक्षकों और विद्यालय के प्रबंधन ने पहले दिन को पुनः परिचय, अभ्यास, और अनुशासन की पुनर्स्थापना में समर्पित किया। शहर के प्रमुख विद्यालयों जैसे सरकारी व निजी दोनों ने नियत तिथि पर 01जुलाई को पठन-पाठन प्रारम्भ कर दिया, लेकिन भीषण गर्मी और उमस के कारण बच्चों की उप स्थिति लगभग 50% से भी कम देखी गई, विभि न्न स्कूलों में शिक्षकों ने पुराने पाठों की पुनरा वृत्ति कराते हुए छात्रों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की। कुछ विद्या लयों में पहले दिन स्वाग त का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है। टाइनी टाट्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, उतरौला में भी सोमवार को विद्यालय का शैक्ष णिक सत्र विधिवत प्रारम्भ किया गया। इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर सैफ अली ने कहा, कि बच्चों को गर्मी से राहत मिलने के बाद अब पढ़ाई के प्रति प्रेरित करना आवश्यक है। पहले दिन उपस्थिति कम रहना सामान्य है, लेकिन आने वाले दिनों में यह संख्या धीरे-धीरे और बढ़ेगी। हम बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। विद्यालय परिसर को सुव्यवस्थित कर, स्वच्छ ता, पेयजल,और शीतल कक्ष की विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि विद्यालय में छात्रों को सुगम वाता वरण प्रदान करने के लिए स्मार्ट क्लास, कंप्यू टर लैब और लाइब्रेरी को भी सत्र से पहले ही प्रारम्भ करके सुसज्जित कर लिया गया है। उन्हों ने सभी अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे नियमित रूप से अपने बच्चों को स्कूल भेजें, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो सके।
वहीं अन्य विद्यालयों जैसे स्कॉलर्स एकेडमी, एच आर ए इण्टर कॉले ज, एम जे एक्टिविटी अदीबिया पब्लिक स्कूल व अन्य निजी तथा प्राथमिक विद्याल यों में भी शिक्षकों ने बच्चों का स्वागत कर शिक्षा की नींव को पुनः सशक्त करने की दिशा में अपना कार्य आरम्भ कर दिया। उधर, कुछ ग्रामीण विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति तो रही लेकिन विद्यार्थि यों की संख्या अत्यन्त सीमित दिखाई दे रही है। विद्यालयों की पुनः शुरुआत के साथ साथ नगर में शिक्षा का वाता वरण पुनः जीवंत हो उठा है। अब यह भी देखना होगा,कि प्रशास न और विद्यालय किस प्रकार मिलकर छात्रों की नियमितता और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुनिश्चित कर रही हैं।

        हिन्दी संवाद न्यूज से
       असगर अली की खबर
         उतरौला बलरामपुर। 

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