उतरौला बलरामपुर-पांचवीं मोहर्रम का जुलूस दिन मंगलवार की रात्रि में ग्राम अमया देवरिया के ईमाम बार गाह मरहूम फतेह अली के इमाम बाड़े पर एक मजलिस का आयोजन किया गया। जिसे मौलाना ज़ायर अब्बास ने खि ताब किया। मजलिस से पूर्व नूर इलाही, आलम उतरौलवी, तकी हैदर, तूफेल, जैद आदि लोगों ने अपना कलाम पेश किया।मजलिस को खि ताब करते हुए मौलाना जायर अब्बास ने कहा कि सूरये वलर्स की रोश नी में जो हक का साथ देगा, वही हुसैनी है,और जो बातिल का साथदेगा वो यजीदी है। इमाम हुसैन के 6 माह के बेटे अली असगर,18 वर्षीय हजरत अली, अकबर, हजरत जैनुल आबदीन व इमाम हुसैन के भती जे जनाबे कासिम की शहादत का बयान किया। जिसे सुनकर सभी की आंखें नम हो गई। मजलिस के बाद मेहंदी का जुलूस-जुलूस ए मेहंदी निकाला गया। जिसमें अंजुमने हुसैनि या ने नौहाख्वानी व सीनाजनी की।जुलूस के व्यवस्थापक इज़हरुल हसन एडवोकेट ने बता या कि1957 से उठने वाला ये जुलूस पूरे गांव में गश्त करता हुआ ईद गाह, धर्मशाला के निकट मरहूम कल्बे आबिद,निसार अहमद, जमीर अहमद के आवा स पर पहुंचकर कर्बला, डाक बंगला, बरदही बाजार, चुंगी नाका होते हुए मरहूम फतेह अली के इमाम बारगाह में सुबह पांच बजे पहुंच कर सम्पन्न होता है। सुरक्षा व शांति व्यवस्था कायम रखने में पुलिस बल बराबर मुस्तैद रहती है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
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उतरौला बलरामपुर।
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