बबलू गर्ग ब्यूरो चीफ हिंदी संवाद न्यूज़
लोनी! हिंदू रक्षा दल के जिला संयोजक श्री सुमित सूद के नेतृत्व में आज एक प्रतिनिधिमंडल ने गाजियाबाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लोनी नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत संचालित गौशाला में पशुओं के प्रति हो रही अमानवीय क्रूरता एवं कर्तव्यपालन में हो रही गंभीर लापरवाही पर चिंता व्यक्त की गई। दल ने चेतावनी दी कि यदि आगामी 7 दिनों में इस विषय पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो हिंदू रक्षा दल की पूरी टीम जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देने हेतु बाध्य होगी।
जिला गोरक्षा प्रमुख श्री गौरव बैंसला ने बताया कि स्थानीय निवासियों की शिकायतों तथा हिंदू रक्षा दल द्वारा किए गए निरीक्षणों में गौशाला की स्थिति अत्यंत चिंताजनक पाई गई है। पशुओं के प्रति की जा रही क्रूरता न केवल भारतीय दंड संहिता की धारा 428 व 429, बल्कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 का भी स्पष्ट उल्लंघन है।
मुख्य शिकायतें एवं अनियमितताएं:
बीमार व घायल पशुओं के लिए चिकित्सा सुविधा का अभाव:
न तो डॉक्टर उपलब्ध हैं, न ही दवाइयाँ। सीमित क्षेत्रफल में बड़ी संख्या में गोवंश को रखा जा रहा है, जिससे उनकी देखभाल में कठिनाई हो रही है।
स्वच्छता व बुनियादी व्यवस्था का अभाव:
गौशाला परिसर में स्वच्छता नहीं है, आवश्यक दवाइयाँ नियमित रूप से उपलब्ध नहीं कराई जातीं। कर्मचारियों और डॉक्टरों की संख्या भी अत्यंत कम है।
कर्मचारियों की लापरवाही व अनुपस्थिति:
नियुक्त स्टाफ अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं है। डॉक्टरों की भारी कमी है।
पशुओं की मृत्यु:
कई पशु इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं, जो अत्यंत दुखद और प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है।
हिंदू रक्षा दल की प्रमुख मांगें:
लोनी गौशाला की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।
दोषी कर्मचारियों व डॉक्टरों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाए।
गौशाला के लिए उचित क्षेत्रफल में नई व्यवस्था की जाए।
बीमार/घायल गोवंश हेतु एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित हो।
दवाइयों की नियमित आपूर्ति और चिकित्सकों की संख्या बढ़ाई जाए।
मृत गोवंशों के निस्तारण हेतु दो जेसीबी मशीनों की अलग से व्यवस्था की जाए।
समस्त नगर पालिका क्षेत्र में संचालित पशुसेवा संस्थानों का सामूहिक ऑडिट कराया जाए।
पशुओं की देखभाल हेतु स्थायी निगरानी तंत्र का गठन किया जाए।
हिंदू रक्षा दल का मानना है कि पशु भी इस समाज के संवेदनशील प्राणी हैं और उनकी रक्षा करना हमारा नैतिक और संवैधानिक कर्तव्य है। इस प्रकार की उपेक्षा न केवल प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करती है, बल्कि मानवीयता और धर्म के भी खिलाफ है।ज्ञापन सौंपते समय प्रमुख रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जय भोले, राहुल नगर, मनीष त्यागी, सौरभ बजरंगी, नरेंद्र डेढ़ा, बबलू बैसला, गौरव, शिवा बैसला, धीरज सूर्यवंशी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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