उतरौला बलरामपुर - मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर के निर्देश पर अवैध तरीके से चल रहे दो नर्सिंग होम को अपर चिकित्सा अधिकारी डाक्टर ओ पी सिंह, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतरौला के प्रभारी डाक्टर सी पी सिंह के द्वारा नर्सिंग होम को सील कर दिया गया। इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतरौला की टीम व पुलिस बल भी मौजूद रही। डुमरियागंज राज मार्ग पर ग्राम लालगंज हरनीडीह में चल रहे बलरामपुर आर्थो न्यूरो क्लीनिक की जांच के दौरान डॉक्टर कुशल वर्मा के प्रमाण पत्र पर दूसरा व्यक्ति प्रेक्टिस करते पाया गया। यहां पाइल्स समेत अन्य जनरल रोगों के पचास से अधिक मरीजों को टोकन जारी कर उनका इलाज किया जा रहा था। अस्पताल के अन्दर चल रहे, मेडिकल स्टोर का लाइसेंस फार्मासिस्ट कामिनी देवी के नाम पर बताया गया है। लेकिन उनका लाइसेंस और मेडिकल स्टोर का लाइसेंस भी नहीं मिला। मेडिकल स्टोर में एलो पैथी के साथ आयुर्वेद और होम्यो पैथी की भी दवाएं भी मौजूद पायें गए। जिससे यह स्पष्ट होता है कि यहां एक्यू प्रेशर, एक्यूपंक्चर सहित अन्य पैथी से भी इलाज किया जा रहा था। मरीजों का इलाज कर रहे, कथित चिकि त्सक के पास चिकित्सी य डिग्री भी नहीं मिली। अस्थि रोग और न्यूरो सम्बन्धी कोई भी चिकि त्सक वहां मौजूद नहीं था, न ही उसकी कोई डिग्री ही मिली। इन अव्यवस्थाओं के दृष्टि गत अपर चिकित्सा अधिकारी ने मरीजों की फीस व पर्चा वापस कराते हुए नर्सिंग होम को सील करते हुए संचा लक को दो दिन में स्पष्टी करण देने का निर्देश दिया है। संतोष जनक जवाब न मिलने पर प्राथमिकी दर्ज करा ई जाएगी। टीम ने गो वर्धनपुर बाजार में भी एक चिकित्सक की दूकान पर छापा मारा। यहां भी बिना डिग्री के झोलाछाप लोगों का इलाज कर रहा था। टीम के द्वारा मेडिकल स्टोर को सीज करते हुए संचालक अनिल कुमार को स्पष्टीकरण देने का नोटिस दिया गया है। अचानक हुई छापेमारी से अवैध रूप से चल रहे, नर्सिंग होम संचालकों में अफरा तफरी मच गई। टीम के साथ समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतरौला की टीम में विजय कुमार तिवारी,चौकी प्रभारी अनिल कुमार के साथ पुलिस बल व महिला पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे।

            हिन्दी संवाद न्यूज से
           असगर अली की खबर
             उतरौला बलरामपुर। 

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