अंबेडकरनगर।
राज्य महिला आयोग की सदस्य गीता बिंद बुधवार को जिले के दौरे पर रहीं। इस दौरान उन्होंने महिला उत्पीड़न से जुड़ी शिकायतों की जनसुनवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पीड़ितों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक ही मामले में दोबारा शिकायत मिलने पर अधिकारी स्वयं उत्तरदायी माने जाएंगे।
अकबरपुर सर्किट हाउस में आयोजित जनसुनवाई में कुल 14 मामलों पर पीड़ित महिलाओं ने अपनी शिकायतें दर्ज कराईं। इनमें दहेज उत्पीड़न, भूमि विवाद, मारपीट व हत्या जैसे गंभीर अपराध शामिल थे। आयोग सदस्य ने प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से सुनते हुए अधिकारियों से मामले की विस्तृत जानकारी ली और संबंधित विभागों को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए।
जिला कारागार पहुंचकर आयोग सदस्य ने महिला बंदियों से मुलाकात की और उनके रहने, भोजन, स्वास्थ्य जांच व विधिक सहायता जैसी बुनियादी सुविधाओं की स्थिति जानी।
दौरे के अंत में गीता बिंद ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा व सम्मान को लेकर शासन पूरी तरह गंभीर है। इसलिए जनशिकायतों पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर मामले का समयबद्ध व पारदर्शी निस्तारण होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विशेष रूप से महिला उत्पीड़न से जुड़े मामलों में संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही की जाए।
इस मौके पर क्षेत्राधिकारी लक्ष्मीकांत, महिला थानाध्यक्ष ज्योति वर्मा, मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. पीएन यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। महिला आयोग सदस्य का दौरा जिला प्रशासन के लिए दिशा-निर्देश के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने की प्राथमिकता को सर्वोपरि रखा गया।
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