मुख्यमंत्री ने श्री अयोध्या धाम में श्री हनुमत् कथा मण्डपम् का लोकार्पण किया

श्री हनुमानगढ़ी एक ऐसी विरासत, जिसने योद्धाभाव के साथ
स्वयं को सनातन धर्म की रक्षा के लिए तत्पर किया: मुख्यमंत्री

श्री हनुमानगढ़ी भक्ति और शक्ति के साथ-साथ बुद्धि और युक्ति का भी संगम बन गया, 
यह कथा मण्डपम् पूज्य संत बाबाअभयरामदास जी महाराज की भावनाओं का प्रतिनिधित्व कर रहा

500 वर्षाें का अंधकार दूर करते हुए श्रीरामलला को विराजमान कर प्रधानमंत्री जी के 
नेतृत्व में सनातन धर्म का अत्यन्त अद्भुत और अभिनन्दनीय कार्य हुआ

डबल इंजन सरकार ने डबल स्पीड से चलकर अयोध्या को उसका गौरव दिलाने का कार्य किया

श्री हनुमानगढ़ी नयी अयोध्या के आमूल-चूल परिवर्तन की साक्षी बन रही

पाकिस्तान अपने कुकृत्यों की सजा पा रहा, हर भारतवासी
को सेना व रक्षा बलों के जवानों पर गौरव की अनुभूति हो रही

हमारा अस्तित्व देश और सनातन धर्म के कारण, हम सब कुछ स्वीकार कर सकते हैं 
लेकिन अपने देश और धर्म के विरुद्ध कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे

डबल इंजन सरकार देश में विकास को विरासत के साथ जोड़कर कार्य कर रही

हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा, जो छद्म रूप से सनातन धर्म के मार्ग में बाधा उत्पन्न करते

मुख्यमंत्री ने वीरगति प्राप्त लेफ्टिनेंट श्री शशांक तिवारी के प्रति विनम्र
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवारजन के प्रति संवेदना व्यक्त की


लखनऊ:ः 23 मई, 2025:ः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज श्री अयोध्या धाम में श्री हनुमत् कथा मण्डपम् का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि श्री हनुमानगढ़ी एक ऐसी विरासत है, जिसने योद्धाभाव के साथ स्वयं को सनातन धर्म की रक्षा के लिए तत्पर किया है। नये भारत में यह योद्धाभाव बोद्धा के रूप में सबके सामने आ गया है, जब इस श्री हनुमत् कथा मण्डपम् के भव्य स्वरूप को हम देख रहे हैं। श्री हनुमानगढ़ी अब भक्ति और शक्ति के साथ-साथ बुद्धि और युक्ति का भी संगम बन गया है। यह कथा मण्डपम् पूज्य संत बाबा अभयरामदास जी महाराज की भावनाओं का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्री हनुमान जी महाराज त्रेता युग के प्राचीन टीले (हनुमानगढ़ी) में निवास कर अयोध्या धाम की रक्षा के उत्तरदायित्व का निर्वहन करते थे। पूज्य सन्त बाबा अभयरामदास जी महाराज की कृपा से हमें आज श्री हनुमानगढ़ी का यह स्वरूप देखने को मिल रहा है। उन्होंने वैष्णव अखाड़ों की इस जन्मभूमि पर भारत के सनातन धर्म की रक्षा के अभियान को आगे बढ़ाया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 500 वर्षाें का अंधकार दूर करते हुए श्रीरामलला को विराजमान कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सनातन धर्म का अत्यन्त अद्भुत और अभिनन्दनीय कार्य हुआ है। श्री हनुमान जी महाराज अयोध्या के रक्षक के रूप में हैं। यहां के इष्ट देव भगवान श्रीराम हैं। डबल इंजन सरकार ने डबल स्पीड से चलकर अयोध्या को उसका गौरव दिलाने का कार्य किया है। हमें इस बात को ध्यान में रखना होगा कि जो व्यक्ति या समाज लीक से हटकर चलेगा, वह कुछ नया कर पाएगा। लकीर का फकीर बनने से न व्यक्ति का कल्याण हो पाएगा और न ही हम अपने अस्तित्व को अधिक समय तक बचा पाएंगे। हमें स्वयं को वर्तमान के अनुसार तैयार करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में यदि आप कहीं भी जाकर श्रीरामजन्मभूमि, अयोध्या तथा श्री हनुमानगढ़ी का नाम बोलेंगे तो लोग आपको सम्मान देते हुए दिखायी देंगे। अयोध्या के नाम से लोगों के चेहरे पर नयी चमक देखने को मिलती है। प्रधानमंत्री जी के दिव्य और भव्य अयोध्या के विज़न को जमीनी धरातल पर उतारने में अयोध्यावासियों ने अपना भरपूर सहयोग दिया। प्रभु श्रीराम के भव्य स्वरूप को वैश्विक मंच तक पहुंचाने के अभियान के साथ हम सभी जुड़े हैं। यदि सेतुबन्ध के निर्माण में गिलहरी योगदान कर सकती है, तो हम लोग मनुष्य होकर इस पुण्य कार्य में योगदान क्यों नहीं कर सकते। अयोध्या ने दुनिया को सनातन धर्म का प्रमुख त्योहार दीपावली के रूप में दिया है। प्रभु श्रीराम द्वारा लंका विजय के उपलक्ष्य में विजयादशमी पर्व इसी अयोध्या की देन है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 05 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री जी प्रभु श्रीराम मन्दिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अयोध्या आकर यह कार्य सम्पन्न किया। गत वर्ष 22 जनवरी को प्रधानमंत्री जी ने पुनः अयोध्या धाम आकर प्रभु श्रीरामलला की भव्य प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य पूर्ण किया। ऐसा कौनसा सनातन धर्मावलम्बी होगा, जो प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या न आना चाहता हो। जैसे काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने से पूर्व लोग कालभैरव का दर्शन करते हैं, वैसे ही अयोध्या में श्रीराम मन्दिर में श्रीरामलला के दर्शन से पूर्व श्री हनुमानगढ़ी का दर्शन करते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या के सभी मार्ग 4-लेन के साथ जुड़ चुके हैं। अयोध्या धाम का रेलवे स्टेशन डबल रेलवे लाइन से जुड़ चुका है। हर क्षेत्र के लोग रेलगाड़ियों के माध्यम अयोध्या आते हैं। यहां महर्षि वाल्मीकि के नाम पर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट बन चुका है। निषादराज गुह्य के नाम पर बड़े-बड़े रैन बसेरे बनाये गये हैं। माता शबरी के नाम पर भोजनालयों का निर्माण किया गया है। यहां बड़े-बड़े म्यूज़ियम बन रहे हैं। देश के मन्दिरों के इतिहास से लोगों को अवगत कराने के लिए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में मन्दिर म्यूजियम निर्माण के बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। नयी अयोध्या के आमूल-चूल परिवर्तन की साक्षी श्री हनुमानगढ़ी भी बन रही है। श्री हनुमानगढ़ी में हनुमान जी के कीर्तन और कथा लगातार होते रहने चाहिए। श्री हनुमानगढ़ी में विशिष्ट अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था की गयी है। उत्तम कोटि की व्यवस्थाओं के माध्यम से भक्तगढ़ अपने कार्यक्रमों को आगे बढ़ा सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सनातन धर्म से जुड़े हुए कार्यक्रमों को और भी भव्य स्वरूप प्रदान करना है। यह धर्म उपेक्षित हो गया था। अपने ही देश में अस्तित्व के लिए जूझ रहा था। आज सनातन धर्म के पास दुनिया को मार्गदर्शन देने का अवसर है। यह नया भारत किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन यदि कोई छेड़ता है, तो उसे छोड़ता भी नहीं है। हनुमान जी ने भी यही कहा था। हनुमान जी जब रावण के दरबार में गये, तो रावण ने पूछा कि मेरे लड़के को क्यों मार दिया। हनुमान जी ने कहा कि मैंने उसे प्रतिकार स्वरूप मारा है। पाकिस्तान ने हमारे निर्दाेष लोगों पर प्रहार किया था। 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गयी थी। भारत की तीनों सेनाओं द्वारा संयुक्त रूप से की गयी कार्रवाई में 124 से अधिक आतंकवादी मारे गये। आतंकवाद एक दिन पाकिस्तान को ही ले डूबेगा। पाकिस्तान अपने कुकृत्यों की सजा पा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत के बहादुर जवान जिस मजबूती के साथ पाकिस्तान को जवाब दे रहे हैं। हर भारतवासी को सेना तथा रक्षा बलों के जवानों पर गौरव की अनुभूति हो रही है। मुख्यमंत्री जी ने विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए तथा परिवारजन के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि अयोध्या के लाल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट श्री शशांक तिवारी भारत की पूर्वाेत्तर सीमा की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। प्रदेश सरकार द्वारा देश की बाह्य तथा आन्तरिक सुरक्षा में शहीद होने वाले सेना या अर्द्धसैनिक बल के जवानों को 50 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाती है। साथ ही, जवान की स्मृति में स्मारक का निर्माण भी किया जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा अस्तित्व देश और सनातन धर्म के कारण है। हम सब कुछ स्वीकार कर सकते हैं लेकिन अपने देश और धर्म के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे। यह हमारा संकल्प होना चाहिए। श्रीरामजन्मभूमि, श्री हनुमानगढ़ी, पूज्य संतों के आश्रम, मठ-मन्दिर, पूज्य संतजन, सनातन धर्म के स्तम्भ और आधार हैं। इनका सम्मान किया जाना चाहिए। इनकी गरिमा और गौरव के विरुद्ध कोई भी आचरण स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसीलिए डबल इंजन सरकार देश में विकास को विरासत के साथ जोड़कर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विंध्यवासिनी धाम में भी भव्य काॅरिडोर का निर्माण किया जा चुका है। प्रयागराज में भव्य और दिव्य महाकुम्भ का दर्शन सभी ने किया है। प्रयागराज महाकुम्भ में इतने लोग कभी नहीं आये थे। 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुम्भ-2025 के भागीदार बने। नमामि गंगे के माध्यम से अविरल और निर्मल गंगा के दर्शन कर प्रत्येक व्यक्ति अभिभूत हुआ।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें समय रहते अपने शत्रु और मित्र को पहचानने की आवश्यकता है। यह काम हमंे उसी चालाकी से करना है, जिस चालाकी से हनुमान जी महाराज ने किया था। जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने गये थे, तो उनके सामने अनेक विघ्न बाधाएं आयी थीं। कालनेमि भी उनके सामने आ गया था। हनुमान जी उसको पहचान गये और उसको उसकी गति प्रदान की। हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा, जो छद्म रूप से सनातन धर्म के मार्ग में बाधा उत्पन्न करते हैं। भारत की सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य करते हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर स्थानीय प्रशासन व सरकार को अवगत कराना चाहिए।
इस अवसर पर संतगण, श्रद्धालुजन तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने