पहलगाम में हुए आतंकी हमले से व्यथित पावन चिंतन धारा आश्रम के संस्थापक और राष्ट्रवादी चिंतक डॉ. पवन सिन्हा 'गुरुजी' ने मुरादनगर पर आश्रम साधको संग आक्रोश प्रदर्शन किया तथा पाकिस्तान का झंडा एवं पुतला फूंका गया।
इस अवसर पर भारी संख्या में देशभक्त एकत्रित हुए। गौरतलब है पावन चिंतन धारा आश्रम के सदस्यों द्वारा देश के 30 से भी अधिक शहरों में एक साथ ऐसा आक्रोश प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन में आक्रोशित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 27 निर्दोषों की नृशंस हत्या कि मैं कठोर निंदा करता हूँ।
प्रभु उन आत्माओं को शांति दें, उनके परिजनों को धैर्य दें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। पूज्य गुरुजी ने आगे कहा कि जिन्दा वही है जिसके हृदय में देशभक्ति जिन्दा है बाकि तो सब मृतप्राय हैं,
पशुवत जीवन जीते हैं। इसलिए देश के लिए खडे होना सीखें। मुर्शिदाबाद और अब कश्मीर की घटनाओं ने स्पष्ट कर दिया है कि हिन्दू समाज किस प्रकार अपने ही देश में असुरक्षित है। यह भी सोचने का विषय कि हम कैसे इन आतंकियों का समय रहते पता नहीं लगा पाए? चाहे वे पाकिस्तान से आए हों या हमारे बीच छिपे हुए हों। 
गुरुजी ने युवाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि आज का युवा नशे और भ्रमित संबंधों में व्यस्त है, देश सेवा का भाव दुर्लभ हो गया है।
अंत में उन्होंने अपील की कि इस जघन्य कृत्य की भर्त्सना हर वर्ग, विशेषकर मुस्लिम समाज द्वारा भी होनी चाहिए, क्योंकि जान देने वाले लोग भी इस देश के नागरिक थे।
आक्रोश प्रकट करते हुए आश्रम की ख़ुशी गुप्ता ने कहा कि जब हमारी आस्था पर चोट होती है, जब हमारे मंदिर गिराए जाते हैं, जब हमारे बच्चों के सिरों पर पत्थर बरसते हैं
तब भी हम चुप क्यूँ रहते हैं?
साथ ही उद्वेलित मन से देवब्रत शर्मा जी ने कहा यह पाकिस्तान भी हमारी ही भूमि पर बना है, क्यूंकि हमने लड़ना छोड़ दिया। ऐसी देशविरोधी ताकतें आगे भारत को भी खत्म कर देंगी अगर हम लड़ें नहीं।
युवा अभ्युदय मिशन के रोहित अरोड़ा और सुहानी सिंह ने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि आजादी के समय से हम पर अत्याचार हो रहें हैं, डर बनाने की कोशिश की जा रही है और ये सफल भी हो रही है, क्योंकि सनातनी सोया हुआ है, पर अब और नहीं। 
इस अवसर पर आदरणीय गुरु माँ डॉ. कविता अस्थाना जी, बॉबी त्यागी जी, गुलशन राजपूत जी सहित शहर के गणमान्य एवं आश्रम के अनेक सदस्य उपस्थित रहे।
उमेश चन्द्र तिवारी
9129813351
हिंदी संवाद न्यूज
भारत
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know