उतरौला बलरामपुर - अधिवक्ता संघ उतरौला में प्रस्तावित संशोधन बिल के विरोध में वकीलों ने तहसील के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया और काले कानून के विरोध में आर पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान भी किया। अधिवक्ताओं के कलम बन्द हड़ताल के चलते बैनामे के पंजीकरण सहित न्यायालय के कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। फरियादियों को मायूस होकर अपने घर लौटना पड़ता है। बुधवार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष वैभव चतुर्वेदी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर से शांति पूर्ण तरीके से जुलूस निकाल कर सरकार विरोधी नारे बाजी करते हुए तहसील के मुख्य द्वार पर पहुंच कर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष वैभव चतुर्वेदी ने कहा कि काले कानून को केन्द्र सरकार के द्वारा थोपे जाने का प्रयास किया जा रहा है। अधिवक्तागण उसे सफल होने नही देंगे। पूर्व संघ अध्यक्ष प्रहलाद यादव ने कहा कि अधिवक्ताओं ने हमेशा ही उत्पीड़न का विरोध किया है सरकार के तानाशाही रवैये को लेकर विरोध किया जा रहा है, और काला कानून को वापस लिए जाने की मांग की गई। इस मौके पर अधिवक्ता दीप चन्द गुप्त ने भी काले कानून का विरोध करने के साथ साथ उन्होंने कहा कि अगर जररूत पड़ी तो सड़को पर उतरकर प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर विनीश कुमार गुप्त, संदीपकुमार गुप्त, मुस्तफा हुसैन, पूर्व संघ महामंत्री इजहारुल हसन, शकील अहमद शाह, मोहम्मद खलील खां, अशोक कुमार दूबे, जितेन्द्र चौधरी,नसीम अहमद, प्रवीण कुमार, आलोक कुमार, अब्दुल मोईद सिद्दीकी, राम चन्दर जायसवाल, बाबर अली, मोहीब खान, प्रवेश गुप्त, शम्भू लाल गुप्त बंशी लाल यादव, अभिमन्यु, बाबू राम यादव, नरसिंघ यादव, बृजेश कुमार वर्मा, राज कुमार मिश्र, शादाब खान,मनी ष कुमार पांडेय, रशिम सिंह, दिनकर श्रीवास्तव, दुर्गेश चतुर्वेदी, राधेश्याम यादव तुलसीराम यादव सहित तमाम अधिवक्तागणों ने प्रदर्शन किया।
हिन्दी संवाद न्यूज से
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उतरौला बलरामपुर।
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