प्रदेश के संस्कृति विभाग ने सी.एम.एस. छात्रा को सम्मानित किया

महामहिम राज्यपाल ने सी.एम.एस. छात्रा को दिया आशीर्वाद

लखनऊ, 31 जनवरी। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज द्वितीय कैम्पस की कक्षा-4 की 9 वर्षीय छात्रा आर्यमा शुक्ला  को उसकी अद्भुद स्मरणशक्ति, धर्मग्रंथो के गहरे ज्ञान एवं संस्कृत भाषा के प्रति अद्वितीय समर्पण हेतु प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा सम्मानित किया गया है। गणतन्त्र दिवस के पावन अवसर पर  महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में आर्यमा को आशीर्वाद देते हुए उसकी अद्वितीय प्रतिभा की भूरि-भूरि सराहना की। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल ने आर्यमा को मानद उपाधि एवं प्रशस्ति पत्र के साथ ही 

रु. 51,000/- का नगद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी ने इस उपलब्धि हेतु सी.एम.एस. छात्रा की प्रशंसा करते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। प्रो. किंगडन ने विद्यालय की प्रधानाचार्या व शिक्षकों का भी आभार व्यक्त किया। यह जानकारी सी.एम.एस. के हेड, कम्युनिकेशन्स श्री ऋषि खन्ना ने दी है। श्री खन्ना ने बताया कि आर्यमा की बहुमुखी प्रतिभा हेतु उसे कम उम्र में ही विभिन्न मंचों पर कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है। अभी हाल ही में आर्यमा को ‘वर्ल्ड रिकार्ड ऑफ एक्सीलेन्स’ से भी नवाजा गया है।

श्री खन्ना ने बताया कि बहुमुखी प्रतिभा की धनी 9 वर्षीय सी.एम.एस. छात्रा आर्यमा शुक्ला ने संस्कृत भाषा के ज्ञान, अद्भुद स्मरणशक्ति व धर्मग्रंथो के वाचन में प्रवीणता अर्जित कर लखनऊ का गौरव सारे विश्व में बढ़ाया है।  महज 9 साल की उम्र में ही आर्यमा को श्रीमद्भागवत गीता के सभी 18 अध्यायों के 700 श्लोक कंठस्थ हैं, जिन्हें वह मात्र दो घंटे में सुना देती है। आर्यमा को गीता के अलावा श्री राम सहस्त्रनाम, महिषासुर मर्दिनी स्त्रोतम, शिव तांडव समेत संस्कृति के बहुतेरे श्लोक कंठस्थ हैं। खास बात यह है कि सी.एम.एस. की यह छात्रा मात्र इन पवित्र श्लोकों के वाचन में ही अद्भुद नहीं है अपितु उनके अर्थ की भी गहरी समझ रखती है। आर्यमा संस्कृति के श्लोकों को सुनकर ही याद कर लेती है। कुल मिलाकर, अल्पआयु में ही आर्यमा छात्रों व किशोरों के लिए आध्यात्मिक उन्नति व उच्च जीवन मूल्यों की प्रेरणास्रोत के रूप में उभरी है।


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