उतरौला बलरामपुर - विकास खण्ड गैडास बुजुर्ग अन्तर्गत ग्राम पंचायत रसूलाबाद बलरामपुर बार्डर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चार बेड के पर दो महीने से डाक्टर के पद रिक्त होने से पचासों हजार ग्रामीणों को अपना इलाज कराने के लिए जनपद सिद्वार्थ नगर अथवा उतरौला को आना पड़ता है। यहां पर आने वाले मरी जों का इलाज एक एन ए एम के हवाले से चल रहा हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महुआ बाजार के रसूलाबाद जनपद बलरामपुर की सीमा पर राप्ती नदी पर स्थित है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महुआ बाजार के पहले एक किराए के भवन में संचालित था। उसके बाद भवन मालिक के द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र को खाली कराने पर स्वा स्थ्य विभाग ने इस केन्द्र को महुआ बाजार से तीन किमी दूर स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र रसूला बाद में स्थानांत रित कर दी थी। उप स्वास्थ्य केन्द्र राप्ती नदी के तट पर स्थित होने से इस क्षेत्र में आने वाली भीषण बाढ़ से बरसात के समय इसकी चहार दीवारी काफी अरसा पहले ही गिर गई थी। इस केन्द्र पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महुआ बाजार के आने पर इस केन्द्र पर एक डाक्टर, फार्मेसिस्ट, ए एन एम, वार्ड ब्वाय व सफाई कर्मचारी के पद सृजित किया गया है और इस पद पर कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई। इस केन्द्र पर तैनात डाक्टर का दो महीने से बस्ती जनपद में स्थानांतरण होने पर विभाग नेकिसी भी डाक्टर की तैनाती नहीं की गई है। वहीं फार्मेसिस्ट का प्रत्येक तीन दिन पर डायलिसि स होने से वह भी अक्स र अवकाश पर ही रहते हैं। इस केन्द्र पर तैनात ए एन एम अजमेरुन्निशा इस केन्द्र पर आने वाले मरीजों का इलाज कर ती है। और गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी कराती है। इस केन्द्र पर बने कर्मचारी आवास मानक के विपरीत बना होने से उसकी छतों में दरार होने से छत का सारा पानी कमरे में गिरता है। जगह जगह दीवारों में दरार आ गई है। कमरे व खिड़की के दरवाजे चोर निकाल लें गये है। प्रति वर्ष आने वाली बाढ़ से बाढ़ का पानी कमरों में भर जाता है। वहीं इस केन्द्र की चहर दीवारी पूरी तरह से टूट गई है। इस केन्द्र पर सौर पैनल की बैटरी एक वर्ष से खराब होने से विभाग के द्वारा अभी तक नई बैटरी नहीं लगवा सकी है। इस कारण इस केन्द्र पर अंधेरा बना रहता है। केन्द्र पर तैनात लैब टेक्नीशियन के एक वर्ष पहले स्थानांतरण हो जाने से लैब का काम वर्षों से ठप पड़ा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से आजीज होकर पच्चीसों गांव के लोग अपना इलाज कराने जनपद सिद्वार्थ नगर के डुमरियागंज या जनपद बलरामपुर के उतरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चले आते हैं। सबसे अधिक समस्या महिला मरीजों को होती है। जिनका इलाज करने के लिए किसी महिला डाक्टर की तैनाती अभी तक नहीं हुआ है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महुआ बाजार की दयनीय व्यवस्था के कारण क्षेत्र के मरीज सरकारी अस्प ताल से इलाज न करा कर निजी अस्पताल पर इलाज कराने की राह पकड़ लेते है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
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उतरौला बलरामपुर।
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