राजकुमार गुप्ता 
मथुरा। भारतीय किसान यूनियन भानु ने वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रवक्ता हरेश ठेनुआ एवं जिला अध्यक्ष देवेंद्र पहलवान के नेतृत्व में उपखंड कार्यालय के सभागार मथुरा में भाकियू भानु सैकड़ो के पदाधिकारी एवं उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी के साथ विद्युत निजीकरण के विरोध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में भारतीय किसान यूनियन भानु के वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रवक्ता हरेश ठेनुआ ने कहा कि किसान अपने बच्चों को खेत बेचकर इसलिए इंजीनियरिंग नहीं कराता कि उसका बेटा एक संविदा कर्मी बने। अगर विद्युत निजीकरण हुआ तो इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन भानू राष्ट्रीय व्यापी आंदोलन करेगी किसी भी कीमत पर विद्युत विभाग को निजी हाथों में नहीं जाने देंगे। विद्युत निजीकरण से किसानों पर मनमानी करते हुए किसानों का उत्पीड़न किया जाएगा जोकि  स्वीकार्य नहीं है।जिला अध्यक्ष देवेंद्र पहलवान ने कहा कि  विद्युत विभाग का निजीकरण ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह है अगर सरकार पर विद्युत व्यवस्था नहीं संभाली जा रही तो इस्तीफा दे देना चाहिए। निजी करण से विद्युत विभाग के कर्मचारी और किसानों का अहित होगा। अगर देश को बचाना है तो निजीकरण को हटाना है सरकार विद्युत विभाग में अधिकारी और कर्मचारियों की भर्ती करे। जिस से रोजगार की कमी भी दूर होगी और संविदा कर्मियों के वेतन में बढ़ोतरी करें। विद्युत कर्मचारी भी इस देश के नागरिक हैं और हमेशा मौत का खतरा इन पर बना रहता है उनकी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराए। भारतीय किसान यूनियन भानु के सभी पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष विद्युत समिति के जिला संयोजक राहुल चौरसिया को विद्युत विभाग के निजीकरण के विरोध में पूर्ण समर्थन दिया। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रवक्ता हरेश ठेनुआ, जिला अध्यक्ष देवेंद्र पहलवान, महानगर अध्यक्ष विजय सिंघल, गणेश तोमर, शैलेंद्र मिश्रा, उमाशंकर शर्मा, संघर्ष समिति के संयोजक राहुल चौरसिया,उपखंड अधिकारी देवेंद्र तिवारी आदि मौजूद रहे।

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