उतरौला बलरामपुर - अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के निर्देश पर एक ईंट भट्ठे पर बंधक बनाए गए दो दर्जन दलित मजदूरों को रेहरा बाजार के नायब तहसीलदार व थाना रेहरा बाजार के प्रभारी निरीक्षक ने उन्हें मजदू री दिलाकर मुक्त करा या गया। उसके बाद अधिकारियों ने उन्हें मनकापुर के रेलवे स्टेशन पर ले जाकर उनके घर को सुरक्षित पहुंचा दिया।अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग को वी बी एफ भट्ठा ग्राम रतनपुर थाना रेहरा बाजार में भटठा मालिक ने दो दर्जन दलित मजदूरों को मही नों से बन्धक बनाकर रखें थी। जिसकी शिकायत मजदूरों ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग से की थी। आयोग ने गम्भीर रूख अपनाते हुए जिलाधिकारी को तत्काल कार्रवाई करने और बन्धक बनाए गए मजदूरों को मुक्त कराने का निर्देश दिया। जिला धिकारी के निर्देश पर तहसील प्रशासन ने रेहरा बाजार के नायब तहसीलदार राजीव वर्मा ने थाना रेहरा बाजार के प्रभारी अशोक कुमार सिंह को सख्त कार्यवाही करने का निर्देश दिया। पुलिस मौके पर पहुंच कर भटठे पर छापा मारकर सभी मजदूरों को बन्ध क से मुक्त कराया। मजदूरों ने रेहरा बाजार के नायब तहसीलदार को दिए गए बयान में बताया कि उनसे भटठे पर मजदूरी कराकर उसके मजदूरी का भुग तान लगभग चार लाख रुपए नहीं कर रहे हैं और उन्हें बन्धक बनाए हुए हैं। उन्हें अपने घर नहीं जाने दे रहे है। ईंट भटठा मालिक ने नायब तहसीलदार रेहराबाजार को बताया कि भट्ठे पर मजदूरों के लिए झार खण्ड प्रदेश का एक ठेकेदार ठेका लिया था और मजदूरों की मज दूरी का काफी पैसा ले रखा है। ठेकेदार के माध्यम से मजदूर उनके भटठे पर मजदूरी कर रहे हैं। मजदूरों की मज दूरी का भुगतान ठेकेदा र को ही करना था। इस पर नायब रेहरा बाजार तहसीलदार ने कड़ा रुख अपनाते हुए सभी मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान भटठा मालिक से करने को कहा है। इस पर भटठा मालिक ने मजदू रों की मजदूरी का चार लाख का भुगतान मज दूरों को करना पड़ा। उसके बाद रेहरा बाजार नायब तहसीलदार ने मजदूरों को भट्ठा मालिक के बन्धक से मुक्त कराकर मनकापुर रेलवे स्टेशन पर ले जाकर उनके घर को रवाना करा दिया। रेहरा बाजार के नायब तहसीलदार ने बताया कि सभी मजदूर सुर क्षित अपने घर को पहुंच गए हैं।
हिन्दी संवाद न्यूज से
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उतरौला बलरामपुर।
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