मथुरा । जिले का बेटा भारतीय सेना में रहकर देश के प्रति अपना कर्तव्य को निभाकर जब वापस अपने घर लौटा तो लोगो की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लोग उसे जुलूस के रूप में घर तक लेकर आए. बाद में ड्रोन से फूल बरसाकर विजेता जैसा स्वागत किया. रास्ते में जगह-जगह साफे बांधे गए. मालाएं पहनाई गई. सेना में नौकरी करने के बाद सेवानिवृत्ति पर लोगो के लाड प्यार को देखकर यह फौजी भी भावुक हो गया और बोला वह यह प्यार और सम्मान कभी नहीं भुला पाएगा।
दरअसल भरतपुर जिले के पेगोर गांव निवासी सतीश फौजदार हाल ही में सेना में अपनी नौकरी पूरी करके सूबेदार पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
सतीश फौजदार सेवानिवृत्ति के बाद बृहस्पतिवार को जब अपने घर लौटे तो लोग बेहद खुश हुए.ड्रोन से पुष्प वर्षा कर सतीश फौजदार का भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान फौजदार जब बाईपास चौराहे पहुंचे तो उन्हें राधा वैली निवासी एवं मित्रगण रिसिव करने वहां पहुंचे. बाद में वहां से गाजे-बाजे के साथ जुलूस के रूप में उन्हें लेकर राधा वैली रवाना हुए. फौजदार को कार में बैठाकर वाहन रैली के रूप में हाइवे से श्री राधा वैली लाया गया।
इस दौरान वाहनों पर तिरंगा लगाया गया,पूरे रास्ते भारत माता के जयकारे लगाए गए,घर पहुंचने पर अपनी माटी के लाल के स्वागत में लोगो ने पलक-पावड़े बिछा दिए। जगह-जगह पर पुष्प वर्षा के साथ माला पहनाकर और साफा बांधकर स्वागत किया गया. राधा वैली निवासी बोले कि फौजी सतीश फौजदार हमारे लिए न केवल गर्व की अनुभूति का प्रतीक है बल्कि प्रेरणा स्रोत भी हैं।
फौजदार की प्रेरणा से आज आस पास के कई युवा देश सेवा के लिए फौज में जाने की तैयारी कर रहे हैं ! सूबेदार सतीश फौजदार ने कहा कि उन्हें यह अपार स्नेह और सम्मान शुरू से ही लोगो से मिलता रहा है. वे पहले भी जब घर आते तो सभी का स्नेह इसी तरह मिलता था.
इसी क्रम में सम्मान समारोह ने उपस्थिति ठा.आर के सिंह यदुवंशी व संस्कृति विश्व विद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी किशन चतुर्वेदी ने कहा कि सैनिक हमेशा निडर रहता है और उसे अपनी जान की परवाह भी नही होती वो हमेशा देश के लिए अपनी जान तक दे देता है। एक सैनिक कभी भी ये नही सोचता की उसके बाद उसके परिवार का क्या होगा। सैनिको की एक और बात उन्हे सभी लोगो से भिन्न बनाती है की सैनिक के बाद उसका बेटा भी सैनिक बने ये एक सैनिक चाहता है।
इस मौके पर विक्रम प्रधान, ठा.आर के सिंह यदुवंशी,किशन चतुर्वेदी,मनमोहन सिंह,रतन चौधरी,प्रताप पहलवान,नितिन ठाकुर, बीडी राणा,जी के मिश्रा,अभिषेक चतुर्वेदी, डॉ राजेश बसेड़ी,ठा.हनु,सूबेदार राजेश सिंह,देवदत्त शर्मा,चौधरी जे पी सिंह आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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