देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले कैडेटों को साहसिक गतिविधियों से परिचित कराना होता है। इस कैम्प के ज़रिए, कैडेटों को उनके आरामदायक क्षेत्र से बाहर निकालकर लचीलापन विकसित करने और बाहरी गतिविधियों के प्रति प्रेम पैदा करने में मदद की जाती है. साथ ही, चुनौतीपूर्ण गतिविधियों को सफलतापूर्वक पूरा करके उपलब्धि की भावना पैदा करना भी इस कैम्प का मकसद होता है।
      यह बातें  10 नवंबर को सिरसिया श्रावस्ती के बनवारी देवी अशोक कुमार समारक महाविद्यालय में आयोजित  आल इंडिया ट्रैकिंग कैम्प के शुभारंभ अवसर पर  51 वीं यू पी बटालियन एन सी सी बलरामपुर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अरविन्द प्रताप सिंह पटवाल ने कही। उन्होंने कैडेटों को  सम्बोधित करते हुए कहा कि 10 नवंबर से 17 नवंबर तक चलने वाले इस कैंप के दौरान एनसीसी कैडेट्स को महात्मा बुद्ध की कर्मभूमि और उनसे संबंधित पुरातात्विक स्थलों को देखने और समझने का अवसर मिलेगा। इस क्षेत्र में सोहेलवा वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी जो 452 स्क्वायर किलोमीटर में श्रावस्ती व बलरामपुर जिले की सीमा तक फैली है। इस क्षेत्र की वनस्पतियों व जीवन के साथ-साथ इस क्षेत्र के जैव विविधताओं को जानने का अवसर एनसीसी के कैडेट्स को मिलेगा। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे क्षेत्र में इस तरह के कैंप का आयोजन विशेष महत्व रखता है। इस शिविर के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए एनसीसी कैडेट्स में पारस्परिक सौहार्द बढ़ाने वाले गुणों का भी विकास किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के सुदूर स्थित श्रावस्ती जिला जो अत्यंत पिछड़े जिलों में शामिल है। कैंप का यहां के लोगों पर निश्चित रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। वह देश के विभिन्न सांस्कृतिक समूहों से आए कैडेट्स पारस्परिक सहयोग व भाईचारे की कड़ी को मजबूत कर राष्ट्रीय एकीकरण की प्रक्रिया को सुदृढ़ करेंगे। कैम्प में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली तथा पंजाब ,हरियाणा  व चंडीगढ़ निदेशालय के लगभग 510 कैडेट्स प्रतिभाग करेंगे। 
     इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के एन सी सी अधिकारी व पीआई स्टाफ मौजूद रहे।

          हिन्दी संवाद न्यूज से
           रिपोर्टर वी. संघर्ष

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